Monday, November 18, 2024

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Islamic Terror

इस्लामी आतंकियों का नरसंहार: 10 साल में 60000 को मार डाला, ताजा हमलों में 60 मरे, बोको हराम ने नाइजीरिया को खून से साना

नाइजीरिया के बोर्नो राज्य में इस्लामी आतंकियों के हमलों में 20 सैनिकों सहित 40 की मौत हो गई। बीते 10 साल में 60 हजार से ज्यादा लोग मरे हैं।

डर का माहौल है… क्योंकि हिंदुत्व बड़ी निर्दयी चीज है, इससे ज्यादा लचक तो आतंकवाद में है

जिस हिंदुत्व का रोना रोकर पाकिस्तान से लेकर भारत तक वाममार्गी इसे खतरनाक जताने की कोशिश करते हैं उसका न तो दहशतगर्दी का अतीत है, न वर्तमान। फिर भी वही है खतरा।

आतंकी की प्रेमिका ने कहा: जब वो ट्रेनिंग से घर लौटता था, मैं उसकी नग्न पीठ पर ‘जिहाद’ लिखती थी…

उसका आतंकी मजनू जब बम फोड़ने की ट्रेनिंग लेकर लौटता था, तो वो उंगलियों से उसकी पीठ पर 'जिहाद' लिखती थी। उसे मोमोज़ पसन्द थे...

डोडा नरसंहार: गाँव में घुसे 10-12 आतंकी, हिंदुओं को लाइन में खड़ा किया, 3 साल की बच्ची समेत 22 को मारी गोली

सेना की वर्दी पहने आतंकवादी रात के अँधेरे में डोडा ज़िले के थावा गाँव में घुसे। एक ऐसे नरसंहार को अंजाम दिया जिसकी यादें आज भी रूह कॅंपा जाती है।

अरब देशों में हिन्दुओं के खिलाफ साजिश रचने वाले कौन? इस्लामोफोबिया को किसने बनाया हथियार

भारतीयों को उकसाने के लिए कुछ पाकिस्तानी प्रायोजित तरीकों से भारत को इस्लामोफ़ोबिया से ग्रसित बताना चाह रहे हैं। ऐसे में अरब देशों में...

चेन्नई अस्पताल से रिहा कोरोना मरीज ने किया ISIS आतंकियों जैसा इशारा, जानिए क्या है इसका मतलब

आसमान की ओर तर्जनी का यह इशारा चरमपंथी आतंकवादी 'तौहीद' के साथ वर्णित अल्लाह के उस संदेश को ही जताने के लिए करते हैं, जिसमें किसी भी अन्य सत्ता की कल्पना को भी कुफ़्र बताया गया है।

213 देश, 15 करोड़ सदस्य: अल्लाह का संदेश पहुँचाने के नाम पर तबलीगी जमात का आतंकी कनेक्शन

6 प्रमुख उद्देश्यों के साथ तबलीगी जमात की एक सबसे बड़ी शर्त और विशेषता इसकी गोपनीयता है। इसी गोपनीयता ने इसकी हरकतों पर हमेशा आवरण का काम किया है। तबलीगी समय के साथ कट्टर जिहादी समूहों में बढ़ते गए और यह विश्वास करने लगे कि 'अच्छे मुस्लिमों' को इसी जीवन में यातनाएँ भोगनी चाहिए।

अमेरिका 9/11, साबरमती एक्सप्रेस में कारसेवकों को जलाने से लेकर कांधार कांड तक में शामिल थे तबलीगी जमात के ‘उपदेशक’

विकिलीक्स के दस्तावेजों के अनुसार, अमेरिका द्वारा हिरासत में लिए गए 9/11 आतंकी हमले के कुछ अलकायदा संदिग्ध कई साल पहले दिल्ली स्थित निजामुद्दीन तबलीगी जमात परिसर में रुके थे। वहीं, 2003 की न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि ये लोग भारत के ग्रामीण इलाकों से शुरू होकर विश्वभर में 'धार्मिक उपदेशक' के नाम पर फैलते गए।

गुरुद्वारे पर IS का हमला: 27 की मौत, 6 घंटे की मुठभेड़ के बाद 4 आतंकी भी मार गिराए गए

हमला सुबह-सुबह हुआ। उस समय अरदास के लिए गुरुद्वारे में छोटे बच्चों समेत करीब 150 लोग मौजूद थे। मोहन सिंह ने बताया कि गोली चलने की आवाज सुन उन्होंने खुद को टेबल के नीचे छिपा लिया। अचानक धमाका हुआ और छत का एक टुकड़ा उन पर आ गिरा।

चार वायुसैनिकों की हत्या के मामले में ‘आतंकी’ यासीन मलिक सहित 6 अन्य पर टाडा कोर्ट में आरोप तय, अगली सुनवाई 30 मार्च को

यासीन मलिक ने भी बीबीसी को दिए इंटरव्यू में यह स्वीकार किया था कि उसने ड्यूटी पर जा रहे 40 वायुसैनिकों पर गोलियाँ चलाई थीं।

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