जब इमरान खान और पाकिस्तान सरकार डर से काँप रही थी, भारत का मीडिया गिरोह दुश्मन मुल्क के महिमामंडन में लगा था। नए खुलासे के बाद क्या कहेगा राजदीप-बरखा गिरोह?
वामपंथी प्रोपगैंडा पोर्टल द वायर पर छपे लेख में प्रोफ़ेसर पार्थो सारथी रे का दावा है कि श्रीराम मंदिर की तर्ज पर बना पूजा पंडाल सही नहीं है। जिसके बाद वायर के आर्थिक बहिष्कार की अपील हो रही है।
पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के साथ क्रूरता पर चुप रहने वाली अरफ़ा खानम शेरवानी अब जबरन धर्मांतरण जैसे गंभीर अपराध की तुलना 'पाकिस्तान चले जाओ' बोलने से कर रहीं।
सागर मलिक ने 'न्यूज़क्लिक' समर्थक झुण्ड में अकेले घुस कर पूछा कि चीन से पैसा क्यों लिया? उधर अभिजीत मजूमदार के पीछे तमिलनाडु पुलिस पड़ी है। उनके लिए किसी पत्रकार गिरोह ने आवाज़ उठाई?
'न्यूज़क्लिक' से जुड़े पत्रकारों पर छापे से वामपंथी लिबरल पत्रकारों का गैंग तिलमिला उठा है। उन्होंने इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला बता डाला है। चीनी फंडिंग पर चुप।