NASA ने उन प्रतिभागियों की फोटो शेयर की जिन्हें NASA के साथ इंटर्नशिप करने का मौका मिला। इनमें भारतीय-अमेरिकी इंटर्न प्रतिमा रॉय की तस्वीर भी थी जो हिन्दू देवी-देवताओं से घिरी हुई दिखाई दीं।
नासा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, स्वाति मोहन का परिवार संयुक्त राज्य अमेरिका में तब गया था जब वह सिर्फ एक साल की थीं। स्वाति शुरू में बाल रोग विशेषज्ञ बनना चाहती थीं, लेकिन अंत में वह नासा पहुँच गईं।
तस्वीर में नीले व हरे डॉट्स के माध्यम से चाँद की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त विक्रम लैंडर के मलबे को दिखाया गया है। हरे डॉट्स स्पेसक्राफ्ट के मलबे को प्रदर्शित करते हैं। ब्लू डॉट्स दिखाते हैं कि उस मलबे से वहाँ की ज़मीन पर क्या असर पड़ा।
किस्सा तो मशहूर यह भी है कि नासा में एक बार अपोलो की लॉन्चिंग से ठीक पहले 31 कंप्यूटर कुछ देर के लिए बंद हो गए थे, ऐसे में वशिष्ठ नारायण के द्वारा किया गया सारा कैल्कुलेशन और कंप्यूटर्स के ठीक होने के बाद किया गया कैल्कुलेशन बिलकुल एक था। लेकिन...
"चंद्रमा की सतह पर विक्रम की हार्ड लैंडिंग हुई, यह स्पष्ट है। मगर लैंडर के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। तस्वीरें शाम के अंधेरे में ली गईं हैं। बाकी तस्वीरें अक्टूबर में बेहतर प्रकाश की स्थिति में ली जाएँगी।”
इसरो प्रमुख के. सिवन ने बताया है कि विक्रम लैंडर से फ़िलहाल सम्पर्क टूटा हुआ है। लेकिन उम्मीदें कायम हैं। अगले 14 दिनों में सम्पर्क स्थापित करने के प्रयास किए जाएँगे। अतिरिक्त ईंधन के कारण ऑर्बिटर 7-7.5 साल तक चन्द्रमा की परिक्रमा करने में सक्षम है।
भारत आज पेड़ लगाने के मामले में विश्व के सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है। केवल 24 घंटों में ही भारत में 5 करोड़ पेड़ लगाए जाते हैं। हाल ही में NASA की रिसर्च और नेचर सस्टेनेबिलिटी में छपे लेख के अनुसार आज के समय की तस्वीर और 1990 के मध्य के समय की तस्वीर को साथ देखा गया