जब पीड़िता मॉडल अपने घर गई थी तब उसके कई दोस्तों ने बताया कि उसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए गए हैं। इसके बाद उसने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की।
यदि आवेदक का सोशल मीडिया अकाउंट राष्ट्र विरोधी और भड़काऊ सामग्री से लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ निगेटिव रिपोर्ट लगाकर आवेदन रद्द कराने की संस्तुति की जा सकती है।
हाल के दिनों में विभिन्न मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए यूपी पुलिस ने लोकप्रिय विषयों का बहुत ही बेखूबी से उपयोग करते हुए अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। जिसका यूपी पुलिस को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।