तबलीगी जमात मामले में केंद्रीय जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा कुल 20 लोकेशन पर छापेमारी की गई है। जानकारी के मुताबिक जिन लोकेशंस पर छापेमारी की गई है, उनमें दिल्ली के सात ठिकाने शामिल हैं।
वामपंथियों के पाखंड और दोहरे रवैये का अंदाजा इस बात से भी लग सकता है कि उन्हें यह तिरुपति वायरस का ट्रेंड चलाने में इतनी उत्सुकता है कि वह वास्तविक जानकारी भी नहीं जानना चाहते।
कोरोना को हल्के में लेने वाले, डॉक्टरों पर हमला करने वालों, थूकने, मल-मूत्र त्यागने वाले अधम श्रेणी के मनुष्यों की तुलना स्वामी जगन्नाथ के सेवायतों से करना धूर्तता है।
फरार चल रहे तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद को दिल्ली के एक मस्जिद में देखे जाने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि उसने 20 लोगों के साथ नमाज पढ़ी थी।
वीजा मानकों के उल्लंघन के चलते तबलीगी जमात से जुड़े 2200 से अधिक विदेशियों के 10 साल तक भारत में प्रवेश करने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पाबंदी लगा दी है।