यूट्यूब ने हमारे वीडियो को डिलीट कर दिया है हमने मजहबी आतंक पर पर्दे डालने की पत्रकारिता पर सवाल उठाए थे। बताया था कि कैसे कन्हैया लाल का गला काटने वालों को लेकर सहानुभूति पैदा करने की कोशिशें शुरू हो गई है।
रवीश कुमार ने यूट्यूब पर अपने लॉन्चिंग की वजह बताते हुए लगातार और तेज रफ्तार से सामग्री डालने का वादा किया है। साथ ही संकेतों में बताया है कि यही 'नया रास्ता' है।
यूट्यूब द्वारा ध्रुव राठी के वीडियो को देर से ब्लॉक करने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि सरकार का आदेश किसने लीक किया? YouTube के अंदर से ध्रुव राठी को मिली मदद?