विपक्षी दलों को जवाब देते हुए केंद्रीय विदेश मंत्री S जयशंकर ने कहा, "इंडिया, दैट इज़ भारत, यह संविधान में है। मैं सभी को इसे पढ़ने के लिए आमंत्रित करूँगा।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था, "पश्चिमी देशों को दूसरों पर टिप्पणी करने की बुरी आदत है। उन्हें लगता है कि भगवान ने उनको दूसरों पर टिप्पणी करने का अधिकार दिया है।"
"वो देश के भीतर रह कर जो कुछ भी करते हैं इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन देश की राजनीति को विदेश में लेकर जाना मेरे हिसाब से राष्ट्रीय हित में तो नहीं है।"