राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जिस तरह से कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रही है, उसी तरह मोदी विरोधी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी लगातार फेक न्यूज की लहर चला रहे हैं।
पाकिस्तान में कोरोना के चलते हालात ऐसे हो गए हैं कि अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड्स नहीं मिल रहे हैं। इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में बेड कम पड़ने और ऑक्सीजन की कमी के चलते सर्जरी रोक दी गई है।
कोरोना महामारी से जूझ रही मुंबई की बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने शनिवार को तीसरी सीरो सर्वे रिपोर्ट जारी की। सीरो सर्वे में खुलासा हुआ है कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कोरोना से लड़ने के लिए ज्यादा एंटीबॉडी हैं।
“पीएम केयर्स फंड के अंतर्गत इसी साल देशभर के जन स्वास्थ्य विभागों में पीएसए मेडिकल जेनरेशन प्लांट की स्थापना के लिए केंद्र सरकार द्वारा 201.58 करोड़ रुपए का फंड जारी किया गया था।”
इसमें कुल खर्च प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से विज्ञापन और प्रचारों में किया गया है। केजरीवाल सरकार ने बीते 2 साल में अपने प्रचार-प्रसार में 800 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च किया है।
दिल्ली में ऑक्सीजन की खासी किल्लत है। राजधानी के लिए 490 टन ऑक्सीजन अलॉट किया गया है। कल केंद्र सरकार ने 10 टन और बढ़ाई है। लेकिन, फिलहाल दिल्ली में अभी केवल 335 मीट्रिक टन तक ही ऑक्सीजन पहुँच रही है।