बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को एशियन गेम्स में डायरेक्ट एंट्री का पहलवान साक्षी मलिक ने भी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि वे बिना ट्रायल के मौके देने के पक्ष में नहीं हैं।
"कॉमनवेल्थ ट्रायल में बजरंग पूनिया को सीधा सेमीफाइनल में दिखाया गया था, जबकि हमने 5-5 कुश्तियाँ लड़ी थीं और तब फाइनल हुआ था।" सुनिए विशाल कालीरमन और अंतिम पंघाल का दर्द।
बजरंग पूनिया जहाँ फ़िलहाल किर्गिस्तान के इसिक कुल में हैं, वहीं विनेश फोगाट हंगरी के बुडापेस्ट में हैं। इन दोनों के अलावा बाकी पहलवानों को ट्रायल से गुजरना पड़ेगा।
यशस्वी जायसवाल पुराने मकान को छोड़कर नए घर में शिफ्ट होना चाहते थे। वह हमेशा से ही घरवालों से नए घर में शिफ्ट होने की ज़िद करते थे। अब उनका परिवार मुंबई में शिफ्ट हो गया है।