2015 में PM नरेंद्र मोदी ने बिहार को सवा लाख करोड़ रुपए के पैकेज का वादा किया था, क्या 'बचा-खुचा काम' से नीतीश कुमार का इशारा यही था? स्थिरता बिहार की आवश्यकता है और 2025 में राजद को रोकने के लिए मौजूदा गठबंधन का इसी स्वरूप में रहना आवश्यक है।
विजय कुमार चौधरी, डॉ प्रेम कुमार, विजेंद्र प्रसाद यादव, सुमित कुमार सिंह, संतोष कुमार सुमन और श्रवण कुमार बने मंत्री। चिराग पासवान समारोह में रहे मौजूद।
साफ़ है, 2 आक्रामक चेहरों को आगे कर के भाजपा नीतीश कुमार का भी नकेल कस के रखेगी। दोनों ही नेता अपनी सक्रियता और जनता से कनेक्शन के कारण भी जाने जाते हैं।