एएसपी भैंसा किरण खरे ने कहा है कि मस्जिद की दीवारों पर 'जय श्री राम' लिखने वाले लोगों की सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर ली गई है। व्यक्तियों में से एक की पहचान मोहम्मद अब्दुल कैफ के रूप में हुई है और दूसरा नाबालिग है।
NIA ने माओवादियों से संबंध के आरोप में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कई बड़े वकीलों और विभिन्न संस्थाओं के कार्यकर्ताओं के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की।
भैंसा गए एक पत्रकार ने न केवल हालिया दंगों, बल्कि पिछले सालों में हुई उन घटनाओं के बार में भी बताया है जो हिंदुओं को पलायन के लिए मजबूर करने के मकसद से अंजाम दिए गए।
आईपीएस ने शपथ दिलवाई, “मैं गौरी, गणपति और अन्य हिंदू भगवानों में विश्वास नहीं करता। मैं कभी उनकी पूजा नहीं करूँगा। मैं उन्हें भगवान का अवतार नहीं मानता। मैं श्राद्ध कर्म नहीं करूँगा और न ही पिंड दान करूँगा....।"
तेलंगाना के भैंसा में सांप्रदायिक हिंसा के दो दिन बाद, झड़प के संबंध में कुल 15 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा दो पार्षदों समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर हिंसा में भाग लेने का आरोप है।