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मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में अब RSS कार्यकर्ता की हत्या, 9 दिनों में 6 मर्डर से संघ-BJP में रोष
मध्य प्रदेश में राजनीतिक हत्याओं का यह दौर 16 जनवरी से शुरू हुआ था। भाजपा नेताओं व उनके रिश्तेदारों के साथ-साथ अब RSS के कार्यकर्ता भी निशाने पर!
MP: कर्ज़माफ़ी को लेकर समस्या सुनाने गए लोगों को कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
लोग कर्ज माफ़ी को लेकर किसानों की दिक्कतों को बताने के लिए मंत्री से मिलने आए थे। लेकिन, जल्द ही मंत्री से मिलने पहुँचे लोगों और कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच की बहस हाथापाई में बदल गई।
‘कमलनाथ सरकार का हाल कर्नाटक जैसा हो जाएगा, वरना मुझे मंत्री बनाओ’
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। इनमें कॉन्ग्रेस के 114 विधायक हैं। कमलनाथ ने बसपा के 2, सपा के एक और 4 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से राज्य में सरकार बनाई थी।
MP में 16 साल की दलित बच्ची का रेप, राजनैतिक हत्याओं के बाद अराजकता का माहौल
आरोप है कि दो शिक्षकों, लखन कुशवाहा और श्याम प्रजापति, ने अंजुम ख़ान को स्कूल का एक कमरा उपलब्ध करवाया और दोनों को कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया।
6 दिन में 5 BJP नेता का मर्डर: मध्य प्रदेश में राजनैतिक हत्याओं का दौर जारी
ग्वालियर भाजपा के ग्रामीण जिला मंत्री नरेंद्र रावत के भाई छतरपाल सिंह रावत की लाश पार्वती नदी के पुल के पास मिली। छतर सिंह के शरीर पर ज़ख़्म के कई निशान भी मिले हैं।
माखनलाल यूनिवर्सिटी की जाँच समिति के गठन पर ख़ुद घिरी कॉन्ग्रेस
कुलपति बनाए गए पी नरहरी राजीव गाँधी फाउंडेशन का प्रचार अपने सोशल मीडिया से कर चुके हैं। क्या उनकी सबसे बड़ी क़ाबिलियत फाउंडेशन का प्रचार करना है या इसके पीछे कॉन्ग्रेस की कुछ और ही मंशा है?
सरकारी कर्मचारी को गाली व धक्का देती BSP विधायक रामबाई का वीडियो वायरल
पिछले कुछ दिनों से विधायक के पास मंडी कर्मचारी के ख़िलाफ़ शिकायत आ रही थी। इसके बाद विधायक ने मंडी पहुँचकर कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया
जब कॉन्ग्रेस ने की शिवराज को ट्रोल करने की कोशिश और ख़ुद ही हो गए ट्रोल
शिवराज सिंह ने इनके वीडियो का लोड तो लिया ही नहीं और वीडियो बनाने एवं क्षिप्रा को साफ़ करने का श्रेय देने के बजाय, पूरी मेहनत पर बिना कुछ सोचे-समझे पानी फेरते हुए एक मुस्कुराहट वाली ईमोजी पोस्ट कर दी।
किसानों की कर्जमाफ़ी के नुकसान; मध्य प्रदेश में कृषि संबंधित एनपीए 24 प्रतिशत बढ़ा
किसानों के ऋण भुगतान ना करने से बैंकों के वित्तीय प्रबंधन पर बुरा असर पड़ता है और वो नये कर्ज देना बंद कर देती है या धीमी कर देती है। ताजा आंकड़े भी इस दावे की पुष्टि करते दिखाई पड़ रहे हैं। बैंकों द्वारा किसानों को कर्ज देने की प्रक्रिया धीमी करने से अंततः किसानों को ही मार पड़ती है।
आंकड़े: पांच राज्यों के चुनाव परिणामों में आप और सपा से काफी आगे निकला नोटा
पाँचों राज्यों के आंकड़ों को मिला कर देखें तो कुल पंद्रह लाख लोगों ने किसी उम्मीदवार को वोट देने कि बजाय नोटा यानी "उपर्युक्त में से कोई नहीं" का विकल्प चुनना ज्यादा बेहतर समझा। पाँचों राज्यों में नोटा का वोट शेयर 6.3% के आसपास रहा।