वामपंथी पोर्टल स्क्रॉल की लेखिका और स्तंभकार जेनेसिया अल्वेस ने शनिवार (16 अक्टूबर 2021) को बंगलादेश में इस्कॉन मंदिर और हिंदुओं पर हुए हमलों को सही ठहराया है। स्तम्भकार जेनेसिया अल्वेस ने ट्वीट कर के लिखा – ‘जैसा तुमने बोया’।
अल्वेस ने यह ट्वीट इस्कॉन के उस ट्वीट को quote करते हुए लिखा है, जिसमें बांग्लादेश के नोआखली में मंदिर और भक्तों पर निर्दयता से हुए हमले की जानकारी दी गई थी। दरअसल, बांग्लादेश के धार्मिक संगठनों ने मुस्लिम बहुल बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से हिंदुओं की सुरक्षा की माँग की थी।
हालाँकि अल्वेस ने पूरे वाक्य ‘जैसा बोओगे, वैसा ही काटोगे’ के एक हिस्से ‘जैसा बोया” को लिखकर हिन्दुओं पर हुए इस क्रूर हमले को सही ठहराया है और इससे ये संकेत मिलता है कि बांग्लादेश में हिंदुओं को इसलिए मारा जा रहा है, क्योंकि ‘उन्होंने ऐसे ही बोया था’। यह पूरा वाक्य ‘जैसा तुम बोओगे, वैसा ही काटोगे’ मूल रूप से बाइबिल में है। इस में प्रतिशोध और परिणाम भोगने को लेकर कहा गया है।
अल्वेस के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स भड़क गए। यूजर्स ने ‘द स्क्रॉल’ की स्तंभकार से सवाल-जवाब शुरू कर दिया। कई लोगों का प्रश्न था कि इस्कॉन मंदिर और हमले के शिकार हिंदू भक्तों ने ऐसा क्या बोया था, जो उनके साथ क्रूरता की गई?
विवाद बढ़ने के घंटों बाद अल्वेस ने इस पर सफाई दी। अपने ‘स्पष्टीकरण’ वाले ट्वीट में उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को लेकर किए गए ट्वीट के कारण उन्हें ‘नफरत’ का सामना करना पड़ रहा है।
अपनी सफाई में उन्होंने भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत का दावा किया। उन्होंने बताया कि बंगलादेश में हो रही हिंसा उसी का परिणाम है। अल्वेस के अनुसार, बंगलादेश में हिंदुओं के विरुद्ध हो रही हिंसा भारत में अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हो रही हिंसा का ‘आँख के बदले आँख’ जैसा है।
इस प्रकार स्क्रॉल और द स्वैडल की स्तंभकार ने बंगलादेश में विजयदशमी मनाते हिन्दुओं पर इस्लामी भीड़ के हमले को उचित ठहराया। इसके लिए उन्होंने अपना संदर्भ भी दिया। कुछ समय बाद अल्वेस ने विवादित ट्वीट को डिलीट कर दिया। हालाँकि, अल्वेस के पॉडकास्ट अकाउंट ने अपना समर्थन दिया और ‘अंधभक्तों’ के चेहरे उजागर करने की बात कही।
बंगलादेश में इस्कॉन पर हमला
15 अक्टूबर 2021 दिन शुक्रवार को विजयादशमी के दिन बांग्लादेश के चटगांव डिवीजन के नोआखली जिले में लगभग 400-500 इस्लामी चरमपंथियों की उन्मादी और हिंसक भीड़ ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के मंदिर पर हमला किया। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई थी। यह हमला फेसबुक से फैलाई गई एक अफवाह के बाद शुरू हुआ।
इस अफवाह में दुर्गा पूजा पंडाल में ‘कुरान का अपमान’ करने की बात फैलाई गई थी। इसके बाद हिन्दुओं और उनके पूजा स्थलों पर हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। बंगलादेश के चाँदपुर इलाके में पथराव किया गया और दुर्गा पूजा पंडाल में घुसकर मूर्तियों को तोड़ा गया। हिन्दुओं के परिवारों को भी कई जगहों पर निशाना बनाया गया।