तेलंगाना के नालगोंडा में एक पानी की टंकी में 20 बंदरों की लाशें मिली हैं। यह बंदर उस पानी में मरे पड़े थे जिसकी आपूर्ति इलाके के लोगों को हो रही थी। वह यही पानी पीने और खाना बनाने में इस्तेमाल कर रहे थे। इस मामले में नगर पालिका कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है।
जानकारी के अनुसार, नालगोंडा के नंदीकोंडा नगर पालिका के विजय विहार में बनी एक पानी की टंकी में यह बंदर पाए गए। इलाके के लोगों ने इस टंकी का ढक्कन खुला हुआ देखा था, इसके बाद जब उन्होंने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि इसमें बड़ी संख्या में मरे हुए बंदर पानी में पड़े हुए हैं।
इस मामले के सामने आने के बाद नगर पालिका के कर्मचारियों को सूचना दी गई। नगर पालिका के कर्मचारियों को इस टंकी के भीतर लगभग 20 बंदर मरे मिले। उन्होंने बताया कि इस इलाके में बंदर मौजूद हैं और संभवतः वह पानी पीने आए होंगे। ढक्कन खुला होने कारण वह इसमें गिर गए और बाहर नहीं निकल पाए। इस पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई।
मामला सामने आने के बाद नगर पालिका के कर्मचारियों ने यहाँ से बंदरों की लाशें निकाली और टंकी की सफाई करवाई। यह सामने आया कि यह लाशें कई दिनों से पड़ी थी और इस इलाके के निवासियों को यही दूषित पानी आपूर्ति में दिया जा रहा था।
यह भी बताया गया है कि नियमानुसार, इस टंकी की सफाई हर दो सप्ताह में होनी चाहिए लेकिन इसका ध्यान नगर पालिका ने नहीं रखा। इस कारण से ही इसमें बंदरों की लाशें जमा होती रहीं और किसी को खबर नहीं लगी। इसी कारण से लोग यह दूषित पानी पीने को मजबूर रहे।
उधर नंदीकोंडा के अधिकारियों ने बताया कि इस टैंक से 50 घरों को पानी की सप्लाई होती है। उन्होंने कहा बताया कि तीन दिनों तक इस टैंक से पानी की आपूर्ति रुकी रही और जब उन्होंने कारणों का पता लगाया तो उन्हें बंदर मरे मिले। बताया गया कि मृत बंदरो को देखने पर बंदरों ने कर्मचारीयों पर हमला भी किया। स्थानीय निवासी साफ़ सफाई को लेकर चिंतित हैं।