उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र में छोटी सी मिल चलाने वाले एक बुजुर्ग की तबीयत तब अचानक से बिगड़ गई, जब उनके पास 80 करोड़ रुपए का बिजली बिल आया। ये घटना नालासोपारा की है, जहाँ गणपत नाइक नामक 80 वर्षीय बुजुर्ग को ‘महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL)’ की तरफ से 80 करोड़ का बिजली बिल मिला। इसके बाद उनका रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) अचानक से बढ़ गया। उन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा।
हालाँकि, बाद में पता चला कि बिल के अमाउंट में गड़बड़ी हुई है और प्रिंट करने के समय ही ऐसा हुआ। निर्मल गाँव के बुजुर्ग के साथ ये घटना सोमवार (फरवरी 22, 2021) को हुई। गणपत नाइक पहले से ही दिल के मरीज हैं, ऐसे में बिजली बिल को देखते हुए उनका BP हाई हो गया। उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लेकर जाना पड़ा। MSEDCL ने कहा कि बिल में हुई गड़बड़ी में सुधार कर लिया गया है। अब बुजुर्ग की तबीयत भी ठीक है।
#Maharashtra के नालासोपारा इलाके में एक बुजुर्ग के पास करीब 80 करोड़ रुपये का बिजली का बिल आया है. इस बिल को देखने के बाद 80 वर्षीय गणपत नाइक की तबीयत बिगड़ गई. #ElectricityBill #ATCard | (@mustafashk)
— AajTak (@aajtak) February 24, 2021
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असल में जिस एजेंसी को मीटर रीडिंग का ठेका दिया गया है, उसने ही ये गलती की थी। एजेंसी को 6 अंकों का बिल बनाना था, लेकिन गलती से ये 9 अंकों का हो गया और इस तरह से 8 लाख रुपए का बिल 80 करोड़ रुपए का हो गया। एजेंसी ने बिल में सुधार कर के उसे फिर से नाइक के पास भेजा। बिजली अधिकारी सुरेंद्र मोनेरे ने कहा कि ताज़ा बिल से गणपत नाइक संतुष्ट हैं और वो सही बिल है।
नाइक के पोते नीरज ने कहा कि वो लोग काम कर रहे थे, जब ये बिल आया और वो सभी बिल को देखकर शॉक्ड थे। उन्होंने कहा कि उन्हें पहले तो ऐसा लगा कि कहीं पूरे जिले का बिल उनके ही घर में तो नहीं भेज दिया गया है। वो लोग इसीलिए डर गए थे, क्योंकि कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद बिजली विभाग ने बकाए बिल की वसूली शुरू कर दी है। हालाँकि, खबर आते ही अधिकारी हरकत में आए और सुधार किया।