एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने प्रवर्तन निदेशालय से पूछताछ के दौरान बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इक़बाल मेमन ही इक़बाल मिर्ची है। ईडी ने 12 घंटे से भी अधिक समय तक उनसे पूछताछ की। पटेल ने कहा कि मिर्ची के साथ डील उनके एक रिश्तेदार द्वारा की गई थी, जिनकी कुछ वर्षों पहले मृत्यु हो चुकी है।आतंकी दाऊद इब्राहिम के क़रीबी इक़बाल मिर्ची और उसकी पत्नी से वित्तीय डील करने के मामले में एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के ख़िलाफ़ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है और ईडी इसकी जाँच कर रही है।
पटेल परिवार से जुड़े मिलेनियम डेवेलपर्स और इक़बाल मिर्ची के बीच हुई उस डील को लेकर नए खुलासे के बाद इस मामले की जाँच तेज़ हो गई है। ईडी को अब एक फ़ारूक़ पटेल की तलाश है, जिसने इक़बाल मिर्ची और प्रफुल्ल पटेल के बीच डील में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी। इक़बाल मिर्ची के साले मुक्तार पटका से पूछताछ के दौरान ईडी को फ़ारूक़ के बारे में पता चला। फ़ारूक़ ही वो व्यक्ति था, जो भारत में इक़बाल मिर्ची के सारे ज़मीनी कामकाज को देखता था। प्रफुल्ल पटेल ने स्वीकार किया है कि वो फ़ारूक़ से परिचित हैं।
अधिकारियों का कहना है कि इक़बाल मिर्ची ने 1985 में मुंबई के वर्ली में स्थित एक ज़मीन पर अतिक्रमण कर लिया था। वो ज़मीन पटेल परिवार से जुड़ी ज़मीन का हिस्सा थी। मिर्ची यहीं से अपने ड्रग्स के कारोबार चलाने लगा था। इसके बाद वह गिरफ़्तारी से बचने के लिए भारत से भाग निकला। इसके बाद 1999 में इक़बाल मिर्ची की बीवी हाजरा के साथ मिलेनियम डेवेलपर्स की डील हुई। मिलेनियम डेवेलपर्स ने यहाँ 15 मंजिला ईमारत बनाई, जिसे सीजे हाउस नाम दिया गया। इसमें 2 फ्लोर्स इक़बाल मिर्ची और उसके दोनों बेटों को दे दिए गए। इक़बाल मिर्ची की 2013 में लंदन में मृत्यु हो गई थी।
Praful Patel was unaware that Iqbal Memon & Iqbal Mirchi was same person & negotiation with Drug Lord was held by his Relative, who died the same year?
— Ashwini Upadhyay (@AshwiniBJP) October 20, 2019
It’s high time to enact a Law to make Narco, Polygraph & Brain Mapping Test compulsory for investigation of corruption cases pic.twitter.com/3egasvgC33
इक़बाल मिर्ची की पत्नी हाजरा ने मिलेनियम डेवेलपर्स को 5 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए थे। ईडी ने प्रफुल्ल पटेल से इस सम्बन्ध में पूछताछ की। हालाँकि, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने इसका कोई स्पष्ट उत्तर न देते हुए अनुमान लगाया कि ये मेंटेनेंस से जुड़ा कोई पेमेंट हो सकता है। इक़बाल मिर्ची और प्रफुल्ल पटेल की फोन पर बातचीत भी हुई थी, इसके डिटेल्स निकालने का प्रयास ईडी कर रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान पटेल और मिर्ची की डील को देशद्रोह करार देते हुए शरद पवार और राहुल गाँधी को ख़ुद को पाक-साफ़ साबित करने की चुनौती दी थी।