Monday, November 25, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपाकिस्तान में बस पर बरसी ताबड़तोड़ गोलियाँ, 2 फौजी समेत 9 की मौत: पेशावर...

पाकिस्तान में बस पर बरसी ताबड़तोड़ गोलियाँ, 2 फौजी समेत 9 की मौत: पेशावर में एक और कट्टरपंथी मौलाना ‘अज्ञात गोली’ का शिकार

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गिलगित बाल्टिस्टान इलाके में एक बस पर ताबड़तोड़ गोलियाँ बरसाई गईं। घटना में 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 26 घायल हो गए। वहीं दूसरी ओर पेशावर के खैबर पख्तूनख्वा में भी एक कट्टरपंथी मौलाना की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गिलगित बाल्टिस्टान इलाके में शनिवार (2 दिसंबर 2023) को एक बस पर ताबड़तोड़ गोलियाँ बरसाई गईं। घटना में 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 26 घायल हो गए। मरने वालों में दो पाकिस्तानी फौजी भी थे। वहीं दूसरी ओर पेशावर के खैबर पख्तूनख्वा में भी एक कट्टरपंथी मौलाना की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

खबरों के मुताबिक, जिस बस पर हमला हुआ वो गिलगित से रावलपिंडी जा रही थी तभी चिलास में शाम 6:30 बजे बस पर अंधाधुंध गोलीबारी हुई। इसके बाद बस ड्राइवर ने बस का नियंत्रण खो दिया और बस सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर खा गई।

डिप्टी कमिश्नर आरिफ अहमद ने कहा कि हमले में मारे गए लोगों में से अब तक 5 की पहचान हो चुकी है। 26 घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करवाया जा रहा है। मरने वालों में 2 पाकिस्तानी फौजी भी थे। इसके अलावा घायलों में भी एक विशेष सुरक्षा ईकाई का कर्मी था।

बस में अधिकतर लोग कोहिस्तान, पेशावर, घीजर, चिलास, राउंडू, स्कर्दू, मनसेहरा और स्वाबी क्षेत्रों के थे। इसके अलावा एक या दो लोग सिंध से थे। बताया जा रहा है कि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

कट्टरपंथी मौलाना शेर बहादुर की हत्या

बता दें कि एक ओर जहाँ गिलगित बाल्टिस्टान में बस पर गोलियाँ बरसाई गईं। वहीं पाकिस्तान के पेशावर में भी जैश-ए-मोहम्मद का समर्थक मौलाना किसी अज्ञात द्वारा मारा गया है। मौलाना की पहचान शेर बहादुर के तौर पर हुई है। पुलिस इस मामले को दर्ज करके मामले की जाँच कर रही है।

शेर बहादुर की एक वीडियो भी सामने आई है जिसमें उसके शरीर पर गोलियों के निशान साफ देखने को मिल रहे हैं। खबरों के मुताबिक शेर बहादुर की हत्या पेशावर के खैबर पख्तूनवा में कर दी गई। उसके अलावा जैश के एक और आतंकी यूनूस खान जो कि आतंकी संगठन के लिए भर्तियाँ करता था, उसे भी गोली मारी गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

विकसित देशों ने की पर्यावरण की ऐसी-तैसी, पर क्लाइमेट चेंज से लड़ना गरीब देशों की जिम्मेदारी: दोगलई पर पश्चिम को भारत ने रगड़ा, 300...

भारत ने COP 29 समझौते पर प्रश्न खड़े किए हैं। भारत ने इस समझौते में स्वीकार की गई 300 बिलियन डॉलर को कम बताया है।

नो जेंटलमैन गेम: बुमराह का एक्शन/थ्रो बॉलिंग/चकिंग… अपने ही जाल में फँसा ऑस्ट्रेलिया, नहीं पढ़ पाया ‘बूम-बूम’ का दिमाग

ऑस्ट्रेलिया में जसप्रीत बुमराह ही नहीं, मुथैया मुरलीधरन और राजेश चौहान जैसे दिग्गज गेंदबाजों को भी इसी रणनीति के तहत निशाना बनाया गया।
- विज्ञापन -