पिछले वर्ष भारतीय आयकर विभाग के अधिकारियों ने BBC के दफ्तर में तलाशी ली थी और उनसे इनकम टैक्स चोरी को लेकर पूछताछ की थी। अंतरराष्ट्रीय मीडिया कंपनी पर टैक्स चोरी का आरोप लगा था। अब सामने आया है कि BBC ने भारत में अपनी यूनिट को अलग कर दिया है। यानी, इनका संचालन पहले की तरह होता रहेगा लेकिन इसका स्वामित्व एक भारतीय कंपनी के पास होगा। इस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को भारत में BBC के 4 पूर्व कर्मचारियों ने मिल कर ही शुरू किया है।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने अपनी एक खबर में ये जानकारी दी है। पूरी दुनिया में ये पहली बार है, जब किसी देश में BBC अपनी यूनिट को एक अलग कंपनी के रूप में चलाएगी। अगले ही सप्ताह से ये व्यवस्था शुरू हो जाएगी। इसके लिए ‘कलेक्टिव न्यूज़रूम’ नामक एक कंपनी की स्थापना की गई है। अंग्रेजी, हिंदी, गुजरती, पंजाबी, मराठी, तमिल और तेलुगु में BBC अपनी सेवाएँ देना जारी रखेगा। इसके लिए भारत में स्थित इसके दफ्तर पहले की तरह ही काम करते रहेंगे।
रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि BBC ने इस कंपनी में 26% हिस्सेदारी खरीदने के लिए भारत सरकार के पास ज़रूरी अनुमतियों के लिए आवेदन भी कर दिया है। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए ‘कलेक्टिव न्यूज़रूम’ की CEO रूपा झा ने कहा कि BBC के लिए इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब उसने अपना कंटेंट प्रकाशित करने की जिम्मेदारी किसी अन्य संस्था को दी हो। उन्होंने कहा कि हम अपनी पत्रकारिता से कोई समझौता नहीं करेंगे और BBC पूरी तरह हमारे पीछे है।
रूपा झा BBC में सीनियर न्यूज़ एडिटर रही हैं, अब ‘कलेक्टिव न्यूज़रूम’ के 4 संस्थापक निवेशकों में से एक हैं। बता दें कि 2020 में आए नए FDI नियमों के तहत किसी भारतीय कंपनी में अधिकतम 26% विदेशी निवेश ही लिया जा सकता है। इससे पहले ‘बीबीसी इंडिया’ भारत में BBC का सारा कामकाज देखती थी, जिसके 99% से अधिक शेयर्स ब्रिटेन स्थित BBC के पास था। BBC के भारतीय ब्यूरो में 200 कर्मचारी हैं, जो UK से बाहर उसका सबसे बड़ा ऑपरेशन है।
BBC's Collective Newsroom pic.twitter.com/SfL1CnNDxX
— Bijal (@literarybee) April 7, 2024
मई 1940 से ही BBC भारत में काम कर रहा है। BBC ने 2002 में गुजरात में हुए दंगों को लेकर प्रोपेगंडा डॉक्यूमेंट्री भी बनाई थी। रूपा झा ने कहा कि BBC भारत में अपनी उपस्थिति हटाना नहीं चाहता था और न कर्मचारियों को निकालना चाहता था, इसीलिए कानूनी सलाहों के आधार पर इस विकल्प का चयन किया गया। BBC के डिप्टी CEO जोनाथन मुनरो ने कहा कि नई कंपनी के गठन का वो स्वागत करते हैं, क्योंकि BBC ने हमेशा ऑडिएंस फर्स्ट की नीति के तहत काम किया है।