पंजाब शिव सेना नेता संदीप थापर (अमर बलिदानी स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव थापर के वंशज) पर शुक्रवार (5 जुलाई 2024) दोपहर लुधियाना सिविल अस्पताल के बाहर निहंगों के एक ग्रुप ने तलवारों से हमला किया। खास बात यह है कि थापर को पुलिस सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है और यह हमला उनके गनमैन के सामने हुआ, लेकिन उसने उन्हें बचाने के लिए कोई खास कोशिश नहीं की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संदीप थापर पर हमला करने वाले सभी निहंग मौके से फरार हो गए। इस दौरान सड़क पर भारी संख्या में लोग थे, लेकिन किसी ने उन्हें बचाने की कोशिश नहीं की। उन पर हमले का सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ निहंग सिख उन्हें सड़क पर ही रोकते हैं और गनमैन को स्कूटी से उतार देते हैं। इसके बाद उन पर ताबड़तोड़ तलवार से हमला किया जाता है। वो गिर जाते हैं, फिर भी निहंग उन्हें मारते रहते हैं। इस दौरान वो निहंगों के सामने हाथ भी जोड़ते दिखते हैं, लेकिन हमलावरों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने उनके नगर की रिवॉल्वर छीन ली थी।
संदीप थापर पर हमले का वीडियो वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल ने भी शेयर किया है। उन्होंने बताया है कि पीड़ित संदीप थापर की हालत नाजुक है।
#BREAKING: Punjab Shiv Sena leader Sandeep Thapar, who is also descendant of Indian Freedom fighter and martyr Sukhdev, has been assaulted with swords by a group of Nihangs outside Ludhiana Civil Hospital in Punjab on Friday afternoon, his condition is believed to be serious. pic.twitter.com/Yx7XiMx3jy
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) July 5, 2024
शिवसेना पंजाब के अध्यक्ष राजीव टंडन ने कहा, “संदीप थापर बीजेपी नेता रविंदर अरोड़ा की स्मृति समारोह में शामिल होने के लिए सिविल अस्पताल गए थे। जैसे ही वह अपने गनमैन के साथ अस्पताल से बाहर निकले, निहंगों के एक ग्रुप ने उन्हें रोक लिया। आरोपितों ने संदीप थापर पर उनके गनमैन के सामने तलवारों से हमला किया, जिसने उन्हें बचाने के लिए कुछ नहीं किया।”
जानकारी के मुताबिक, निगंहों के जाने के बाद उन्हें सीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। हमले के बाद शिवसेना नेताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ सिविल अस्पताल और बाद में डीएमसी अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया।