साल 2023 के बैच की आईएस पूजा खेडकर का विवाद लंबा खिंचता जा रहा है। हाल में उनके डॉक्यूमेंट्स पर उठ रहे सवालों के बीच उनकी ट्रेनिंग पर रोक लगाते हुए उन्हें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में वापस बुला लिया गया है और उन्हें 23 जुलाई तक रिपोर्ट करने को कहा गया है । इधर पूजा खेडकर ने भी इस मामले में शिकायत करने वाले और उनका ट्रांसफर करने वाले पुणे जिलाधिकारी के खिलाफ प्रताड़ना का केस दर्ज कराया है।
IAS probationary #PujaKhedkar has filed a harassment case against Pune District Collector Suhas Diwase, who reported her alleged misuse of power to the Maharashtra govt which led to her transfer to Washim, sources told India Today TV.
— IndiaToday (@IndiaToday) July 16, 2024
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रिपोर्ट के अनुसार, पूजा खेडकर ने ये शिकायत वाशिम थाने में पुणे जिलाधिकारी सुहास दिवासे के खिलाफ करवाई है। पुणे डीएम सुहास दिवासे ने ही मुख्य सचिव को पत्र लिखखर पूजा खेडकर की अनुचित माँगों के बारे में उन्हें अवगत करवाया था। जिसके बाद पहले पत्र चर्चा में आया और बाद में पूजा खेडकर से जुड़ी बातें खुलीं।
सुहास दिवासे की शिकायत के बाद सोशल मीडिया पर खलबली मच गई। इस दौरान पूजा खेडकर से जुड़ी तमाम जानकारियाँ तो सामने आई हीं, साथ ही उनके माता-पिता की दबंगई का भी पता चला। पहले खबर आई की पूजा खेडकर अपने ट्रेनी पीरियड में रहने के दौरान ही लाल-नीली बत्ती की गाड़ी, वीआईपी नंबर प्लेट और अलग चैंबर माँग रही हैं। बाद में पता चला कि उन्होंने जो अपनी दिव्यांगता का प्रमाण दिया है उसमें भी झोल है। फिर सामने आया कि ओबीसी आरक्षण पाने वाली पूजा खेडकर क्रीमी लेयर में आती हैं क्योंकि उनके माता-पिता दोनों प्रशासननिक अधिकारी रहे हैं। इसके अलावा उनके पिता दिलीप खेडकर द्वारा डॉक्टरों को धमकाने की बात भी सामने आई और माँ मनोरमा खेडकर की किसानों को धमकाने की वीडियो भी। धीरे-धीरे ये बात भी खुली कि पूजा खेडकर ने अपनी नाम, उम्र और अन्य चीजों में झोल किया हुआ था।