Friday, November 15, 2024
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‘वोट जिहाद’ के ₹100+ करोड़ वाले केस में ED ने मारे छापे, गुजरात-महाराष्ट्र में हुई तलाशी: सिराज अहमद पर है गड़बड़ी का आरोप

ED ने अपनी जाँच का दायरा महाराष्ट्र के मालेगाँव से बढ़ा कर उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत देश के बाकी हिस्सों तक फैला दिया है। ED अब 2500 से अधिक लेनदेन की जाँच कर रही है। वह देश की 170 शाखाओं में हुए लेनदेन पर छानबीन कर रही है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र और गुजरात में ‘वोट जिहाद’ के आरोपों के बाद छापेमारी की है। यह छापेमारी महाराष्ट्र के मुस्लिम व्यापारी के खिलाफ ₹125 करोड़ के गड़बड़ी के आरोपों के बाद हुई है। इस व्यापारी ने कई लोगों के खाते लेकर उनमें यह लेनदेन किया था। भाजपा ने इस पैसे का इस्तेमाल महाराष्ट्र चुनाव में वोट जिहाद के लिए करने का आरोप लगाया था।

ED ने इस मामले में महाराष्ट्र और गुजरात में गुरुवार (14 नवंबर, 2024) को छापेमारी की है। ED की यह छापेमारी महाराष्ट्र के मुंबई और मालेगाँव में हुई है। इसके अलावा गुजरात के अहमदाबाद में ED ने छापे मारे हैं। ED को शक है कि मालेगाँव के व्यापारी सिराज अहमद ने जो 100 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी की, उसमें कुछ हवाला व्यवसाय के लोग भी जुड़े हैं।

ED ने अपनी जाँच का दायरा महाराष्ट्र के मालेगाँव से बढ़ा कर उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत देश के बाकी हिस्सों तक फैला दिया है। ED अब 2500 से अधिक लेनदेन की जाँच कर रही है। वह देश की 170 शाखाओं में हुए लेनदेन पर छानबीन कर रही है।

एजेंसी को शक है कि जिन लोगों के खाते सिराज अहमद ने लिए थे, उनमें आया यह पैसा हवाला का था और इसका मनी लाँड्रिंग से लिंक है। वह इस पैसे का इस्तेमाल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में होने के एंगल पर जाँच कर रही है। भाजपा ने इसी को लेकर वोट जिहाद का आरोप लगाया है।

क्या है मामला?

महाराष्ट्र के मालेगाँव में एक व्यापारी सिराज अहमद पर 12 लोगों के खाते लेकर उनमें करोड़ों की गड़बड़ी की। उसने लोगों को बताया कि वह कृषि के संबंध में व्यापार चालू करना चाहता है और इसके लिए खाते चाहिए। लोगों ने जब उसके खाते दिए तो वह गड़बड़ी करने लगा।

उसने खाते हासिल करने के लोगों को नौकरी का झांसा भी दिया। उसके इस झाँसे में राहुल काले, मनोज मिसाल, प्रतीक जाधव, पवन जाधव, ललित मोरे, राजेंद्र गिरी, धनराज बच्छव, भावेश घुमरे, दिवाकर घुमरे और दत्तात्रेय कैलास जैसे 12 लोग फंस गए और अपने खाते दिए। इसके बाद उन्हें पता चला कि सिराज ने करोड़ों की गड़बड़ी की है।

मालेगाँव में छावनी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर दीपक जाधव ने मीडिया को बताया था सिराज मालेगाँव में चाय और कोल्ड ड्रिंक्स की एजेंसी चलाता है। उसने कुछ दिन पहले अपने ड्राइवर को बताया था कि उसे किसानों को भुगतान देने के लिए अन्य लोगों के नाम से बैंक खाते चाहिए।

यह खाते मक्के के व्यापार के लिए जरूरी होने की बात उसने कही थी। उसने वादा किया था कि जो भी उसे खाते देगा, उन्हें मंडी समिति में नौकरी मिलेगी। इसके बाद ड्राइवर ने अपने समेत 11 अन्य लोगों के मालेगाँव में एक सहकारी बैंक में खाते खुलवाए। इन सभी ने अपने कागज उसे दिए थे।

ये खाते 27 सितंबर को खोले गए थे। ऑपइंडिया को मिली FIR कॉपी के अनुसार, खाताधारकों में से एक ने अपने खाते की जाँच की तो पता चला कि उसके खाते से करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ है।इसके बाद उसने बाकी लोगों से संपर्क किया।

यह सभी जब बैंक पहुँचे तो उन्हें पता चला कि उनके 12 खातों में कुल ₹90 करोड़ का लेनदेन हुआ है। उन्हें चिंता हुई कि उनके खातों का अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, इसलिए उन्होंने व्यापारी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवा दी। अब जानकारी सामने आई है कि यह गड़बड़ी ₹125 करोड़ की है।

भाजपा ने इस पैसे का इस्तेमाल वोट जिहाद के लिए किए जाने का शक जताया है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने इस मामले में को लेकर चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा था। किरीट सोमैया ने बताया है कि सिराज अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। उसके साथ एक और शख्स की गिरफ्तारी हुई है।

किरीट सोमैया मालेगाँव जाकर उन लोगों से भी मिले हैं, जिनके खातों में गड़बड़ी की बात कही गई है, इन लोगों ने किरीट सोमैया से माँग की है कि उन्हें न्याय मिले। किरीट सोमैया इनके साथ शुक्रवार (15 नवम्बर, 2024) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने जा रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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