पश्चिम बंगाल के बाँकुड़ा के सोनामुखी ग्रामीण अस्पताल में एक ह्रदयविदारक घटना सामने आई है। यहाँ एक नवजात को एक आवारा कुत्ता उठा ले गया। नवजात को एक महिला ने अस्पताल के शौचालय में जन्म दिया था क्योंकि अस्पताल वालों ने उसे भर्ती नहीं किया था। बताया गया कि बच्चे का जन्म समय से पहले हो रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि घटना सोमवार (18 नवंबर, 2024) को हुई। पीड़ित महिला कथित तौर पर कोचडीही गाँव की रहने वाली है। उसका नाम प्रिया रॉय बताया जा रहा है। वह भर्ती होने का इंतजार कर रही थी, इसी दौरान शौचालय में उसने नवजात को जन्म दिया।
प्रिया को पेट में तेज दर्द के कारण अस्पताल ले जाया गया था। इसके बाद उससे यूरिन सैंपल माँगा गया। लेकिन जैसे ही वह शौचालय में दाखिल हुई, उसे तेज दर्द हुई और उसने यहीं के फर्श पर अविकसित बच्चे को जन्म दे दिया। परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि इसके बाद उन्होंने तुरंत अस्पताल के कर्मचारियों से संपर्क किया, लेकिन कर्मचारियों ने कोई जवाब नहीं दिया।
परिजनों ने अस्पताल के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बार-बार कहने के बावजूद प्रिया की देखभाल करने के लिए कोई नहीं आया। नवजात को भी शौचालय में अकेला छोड़ दिया गया। जब तक परिवार के सदस्य वापस लौटते, तब तक उन्होंने देखा कि बच्चा गायब है। उन्होंने देखा कि एक आवारा कुत्ता बच्चे को उठाकर ले जा रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि देखने वालों ने पुष्टि की कि घटना के बाद भी अस्पताल परिसर में आवारा कुत्ते मौजूद थे।
अस्पताल ने किया लीपापोती का प्रयास
घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए पीड़ित माँ को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। बिष्णुपुर जिले की डिप्टी CMOH मीनाक्षी मैती ने दावा किया कि प्रारंभिक जाँच में परिवार के आरोपों को नकारने की कोशिश की। जिसमें गर्भावस्था की गर्भकालीन आयु भी शामिल है।
उन्होंने आगे दावा किया कि परिवार द्वारा उनके दावे का समर्थन करने के लिए प्रदान की गई एक तस्वीर ‘गढ़ी हुई’ थी। डॉक्टर ने दावा किया कि परिवार ने प्रिया की गर्भावस्था के समय के बारे में सही जानकारी नहीं दी। उन्होंने यह भी दावा किया परिवार का दिया हुआ फोटो झूठा है। हालाँकि, प्रिया के परिवार ने यह दावे नकारे और कहा कि अस्पताल ने रिकॉर्ड में गड़बड़ी की है।
इस घटना के बाद कथित तौर परिवार और अस्पताल के कर्मचारियों के बीच विवाद भी हुआ। इसके बाद सोनामुखी पुलिस मामले की जाँच करने के लिए पहुंची। बिष्णुपुर जिले के प्रतिनिधियों, जिनमें दो डिप्टी CMOH शामिल थे, ने भी मौके पर जाँच की और सबूत जुटाए।
भाजपा ने ममता सरकार पर बोला हमला
भाजपा के आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने एक पोस्ट शेयर करते हुए पीड़ित की आपबीती बताई। उन्होंने बताया कि कैसे आवारा कुत्ता कथित तौर पर समय से पहले जन्मे बच्चे को उठा ले गया। उन्होंने इस घटना को इस घटना को भयावह और दिल दहला देने वाला बताया है। मालवीय ने पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी की आलोचना की।
A horrifying incident has emerged from Sonamukhi, West Bengal.
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 19, 2024
Under the so-called ‘world-class’ leadership of Health Minister Mamata Banerjee, a pregnant woman was forced to give birth in a toilet, after enduring prolonged labor pain, without receiving any medical attention.… pic.twitter.com/tCIpEPic6J
उन्होंने लिखा, “पश्चिम बंगाल के सोनामुखी से एक भयावह घटना सामने आई है। ममता बनर्जी की तथाकथित ‘विश्वस्तरीय’ सुविधाओं में, एक गर्भवती महिला को लंबे समय तक प्रसव पीड़ा सहने के बाद बिना किसी सहायता के शौचालय में बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा। दुखद बात यह है कि जन्म के बाद, अस्पताल में खुलेआम घूमने वाले एक कुत्ते ने नवजात शिशु को छीन लिया और भाग गया। यह भयावह और हृदय विदारक है।”