भारत के महान स्पिनरों में से एक रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तुरंत प्रभाव से संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने यह निर्णय ब्रिस्बेन में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के बाद लिया, जो बारिश की वजह से प्रभावित रहा और ड्रॉ घोषित कर दिया गया। अश्विन इस मैच में नहीं खेल रहे थे।
रिकॉर्ड्स बुक के मुताबिक, आर अश्विन ने अपने टेस्ट करियर में 106 मैचों में 537 विकेट लिए, जो भारत के लिए टेस्ट में दूसरा सबसे अधिक है। उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले हैं, जिन्होंने 619 विकेट लिए। बल्लेबाजी में भी अश्विन का योगदान शानदार रहा। उन्होंने 3503 रन बनाए, जिसमें छह शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं।
हालाँकि, हाल के समय में अश्विन को विदेशी दौरों पर कम मौके मिले। ऑस्ट्रेलिया में चल रही सीरीज के तीन टेस्ट में उन्होंने सिर्फ एक मैच खेला और 1 विकेट लिया। अगले घरेलू सीजन तक उनकी उम्र 39 साल हो जाएगी।
आर अश्विन द्वारा टेस्ट करियर में 11 बार ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का खिताब जीतना एक रिकॉर्ड है, जो मुथैया मुरलीधरन के बराबर है। उनके संन्यास से क्रिकेट जगत में एक युग का अंत हो गया है।