Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय...अब तक की सबसे बड़ी खोज, रात में ऑक्सीजन देंगे पेड़: इमरान 'वैज्ञानिक' ख़ान...

…अब तक की सबसे बड़ी खोज, रात में ऑक्सीजन देंगे पेड़: इमरान ‘वैज्ञानिक’ ख़ान को नोबेल प्राइज

"बिलावल ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों को यह कहकर चौंका दिया था कि जब बरिश होती है तो पानी आता है।"

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूँ तो अपनी तमाम बेवकूफ़ियों के चलते हमेशा हँसी-ठहाकों का पात्र बने रहते हैं। इस बार वो चर्चा में छाए हैं अपने एक कोरे ज्ञान को लेकर। इसके चलते सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है।

दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “दरख़्त रात में ऑक्सीजन देते हैं।” पाकिस्तान की पत्रकार, नाइला इनायत ने इस कार्यक्रम की 15 सेकंड की वीडियो क्लिप शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “पेड़ रात में ऑक्सीजन देते हैं: आइंस्टीन ख़ान मंत्री।”

वीडिया की शुरुआत में लोगों को संबोधित करते हुए इमरान ख़ान ने कहा,

“70 फ़ीसद जो ग्रीन कवर था, वो कम हुआ, 10 सालो के अंदर। उसके नतीजे तो आने थे, क्योंकि दरख़्त हवा को साफ़ करते हैं, ऑक्सीजन देते हैं रात को। कार्बन डाइऑक्साइड को अबज़ोर्ब करते हैं”

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने हाल ही में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी का मज़ाक उड़ाया था, जिसमें उन्होंने कहा था भारी वर्षा के कारण बाढ़ आती है। जियो टीवी के हवाले से लिखा गया, “बिलावल ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों को यह कहकर चौंका दिया था कि जब बरिश होती है तो पानी आता है।”

इसके लिए लोगों ने प्रधानमंत्री ख़ान को याद दिलाया कि उन्हें दूसरों का मज़ाक उड़ाने से पहले विज्ञान के अपने ज्ञान को जाँच-परख लेना चाहिए। कुछ लोगों ने सवाल किया कि एक ऑक्सफोर्ड स्नातक ऐसी ग़लती कैसे कर सकता है, जबकि अन्य ने ख़ान के लिए नोबेल पुरस्कार की माँग की 🙂

इस वीडियो के सामने आते ही सोशल मीडिया के यूज़र्स ने जमकर उनकी चुटकी ली।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -