राफ़ेल सौदे पर कॉन्ग्रेस पार्टी की तरफ से मोदी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को लगातार घेरने का प्रयास किया जा रहा है। राहुल गाँधी हमेशा से ही नए-नए तरीक़ों का इस्तेमाल करके भाजपा के ख़िलाफ़ टीका-टिप्पणी करते नज़र आते हैं। फिर भले ही कॉन्ग्रेस का हर दावा झूठा ही क्यों न साबित हो जाए।
भाजपा सरकार हर बार कॉन्ग्रेस द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों का पर्दाफ़ाश करती आई है। एक बार फिर भाजपा ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से राफ़ेल पर कॉन्ग्रेस के झूठे दावों का जवाब दिया।
Lie No.1: #LiarRahul tried to twist some report in a French media house to say making Reliance an offsets partner was a tradeoff for Dassault to get the deal with India.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Both Supreme Court & Dassault CEO said Indian govt had nothing to do with choosing of offsets partners. pic.twitter.com/C4vlTEFUAT
- कॉन्ग्रेस का आरोप नंबर 1: राहुल गाँधी ने फ्रांसीसी मीडिया की रिपोर्ट के हवाले से बताने की कोशिश की कि भारत सरकार ने दसॉल्ट कंपनी पर अंबानी को ऑफसेट पार्टनर बनाने के लिए दवाब बनाया।
- BJP का जवाब: भाजपा ने ट्विट करके कॉन्ग्रेस के इस आरोप का जवाब देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट और दसॉल्ट के सीईओ बता चुके हैं कि ऑफसेट पार्टनर के चयन में भारत सरकार का कोई लेना-देना नहीं था।
Lie No.2: #LiarRahul tried to create false impression that SC has found grave irregularities with the deal. Indulged in third grade level propaganda on a sub judice matter.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: The Supreme Court dismissed the petitions filed by Congress proxies and held govt has done no wrong. pic.twitter.com/o70qaoyGEP
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 2: राहुल गाँधी ने सुप्रीम कोर्ट के हवाले से देश में अफ़वाह फैलाने की कोशिश की कि डील में गंभीर अनियमितता पाई गई। इस तरह कॉन्ग्रेस ने इस मामले में प्रोपेगेंडा फैलाने की भी कोशिश की।
- BJP का जवाब: भाजपा ने कॉन्ग्रेस की इस अफ़वाह का जवाब में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कॉन्ग्रेस के कहने पर कोर्ट में अपील करने वालों की याचिकाएँ ख़ारिज करते हुए कहा था कि भारत सरकार ने कुछ ग़लत नहीं किया है।
Lie No.3: #LiarRahul claimed that a senior officer at MoD was ‘punished’ by Modi govt for submitting a dissent note on Rafale deal.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: #LiarRahul’s lies were shattered when the officer in question spoke to media and denied any kind of ‘punishment’. https://t.co/6yJjuSr0tE
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 3: राहुल गाँधी ने दावा किया कि रक्षा मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी को राफ़ेल डील के विरोध में डिसेंट नोट प्रस्तुत करने के लिए मोदी सरकार ने सज़ा दी।
- BJP का जवाब: राहुल बेनक़ाब हो गए जब ख़ुद उस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि किसी भी तरह की सज़ा उन्हें नहीं दी गई थी।
Lie No.4: #LiarRahul said ex-French President Hollande called PM Modi a thief and that Indian government had asked to include Reliance as offset partner.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Hollande denied all such allegations. The French government issued an official statement. https://t.co/Hq80DjUNHH pic.twitter.com/lUJlJEROu2
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 4: राहुल ने कहा था कि फ्राँस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद ने पीएम मोदी को चोर कहा, ऐसा इसलिए क्योंकि भारत सरकार ने उनसे रिलायंस कंपनी को डील में शामिल करने के लिए कहा था।
- BJP का जवाब: भाजपा ने राहुल के इस आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि ओलांद ने राहुल और उनकी पार्टी के इन आरोपों को ख़ुद ख़ारिज किया है। यही नहीं ज़रूरत पड़ने पर फ्राँस सरकार ने आधिकारिक बयान जारी करके भी इस मुद्दे पर सफ़ाई दी थी।
Lie No.5: #LiarRahul lied even to Parliament and said he personally confirmed from French President Mr. Macron that there is no non disclosure clause.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: French govt issued statement refuting liar’s claim & said agreement prohibits parties from sharing classified information. pic.twitter.com/HJaKHcBCN4
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 5: राहुल गांधी ने संसद में कहा था कि फ्राँस के राष्ट्रपति मैक्रों ने उनसे स्वयं कहा कि इसमें कोई गोपनीय धारा नहीं है।
- BJP का जवाब: फ्राँस सरकार ने राहुल के आरोपों का जवाब दिया और कहा कि समझौते में शामिल सभी पार्टियों को इससे जुड़ी किसी तरह की जानकारी साझा करने की इजाज़त नहीं थी।
Lie No.6: #LiarRahul quotes multiple numbers at multiple places for supposed price of aircraft in UPA deal
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
• Parliament, he said 520 crore
• Karnataka, he said 526 crore
• Rajasthan, he said 540 crore
• Delhi, he said 700 crore
Analysis: He deserves Nobel for lying. pic.twitter.com/RoNpNjP0Db
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 6: राहुल गाँधी ने यूपीए सरकार के दौरान राफ़ेल डील की कई क़ीमतें बताईं थी। संसद में राहुल ने ₹520 करोड़ बताया जबकि कर्नाटक में कहा ₹526 करोड़, राजस्थान में ₹540 करोड़ और दिल्ली में इसी डील की क़ीमत ₹700 करोड़ बताई थी।
- BJP का जवाब: अपने ट्विटर पर भाजपा ने इस आरोप का जवाब देते हुए लिखा कि राहुल को झूठ बोलने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए।
Lie No.7: #LiarRahul said that the processes and procedures laid down for military acquisitions were flouted by PM Modi’s government.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Hon’ble SC in its judgment held: We are SATISFIED that there is no occasion to really doubt the process. pic.twitter.com/IESjpLaIfx
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 7: राहुल गाँधी ने कहा कि मोदी सरकार ने सैन्य अधिग्रहण के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया है।
- BJP का जवाब: भाजपा ने इस आरोप का जवाब देते हुए कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि वास्तव में इस प्रक्रिया पर संदेह करने की कोई वजह नहीं है।
Lie No.8: #LiarRahul said UPA negotiated price of Rs. 526/520/540 (one place, one price) crore per aircraft, while NDA settled for Rs.1,600 cr.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Analysis: Liar is comparing apples & oranges. Price negotiated by NDA is for a complete operational package; including Rafale aircraft.
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 8: राहुल गाँधी ने कहा कि यूपीए ने ₹526/ ₹520/ ₹540 में डील की, जबकि एनडीए ने यह डील ₹1600 करोड़ में की।
- BJP का जवाब: वे सेब की तुलना संतरे से कर रहे हैं। एनडीए द्वारा बातचीत के ज़रिए राफ़ेल विमान की तय की गई क़ीमत पूरे परिचालन पैकेज़ के साथ है।
Lie No.9: #LiarRahul said decision to procure 36 aircraft was made to benefit political “cronies” and has harmed Air Force.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Hon SC held the decision was made in interest of defense preparedness in face of our adversaries’ ramping up their capabilities and IAF is happy. pic.twitter.com/jhBjLitRJr
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 9: राहुल गाँधी ने कहा कि 36 विमान ख़रीदने का निर्णय वायुसेना को नुक़सान पहुँचाने और दोस्त को फ़ायदा पहुँचाने के लिए किया गया।
- BJP का जवाब: इस सवाल के जवाब में कहा गया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि यह निर्णय सैन्य तैयारियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया और इससे वायुसेना ख़ुश है।
Lie No.10: Yesterday, #LiarRahul found a partner in crime – The Hindu. Using a conveniently cropped photo, they tried to lie again.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: We always knew Congressis were photoshoppers. But yesterday they learnt, the hard way, that ‘Satyamev Jayate’ 🙂 pic.twitter.com/ZxeR52e6Uf
- कॉन्ग्रेस आरोप नंबर 10: 8 फ़रवरी को राहुल ने द हिंदू में छपे आधे फोटो और रिपोर्ट को आधार बनाकर प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम करने का प्रयास किया।
- BJP का जवाब: हमें पहले से पता है कि कॉन्ग्रेस, भाजपा सरकार पर आरोप लगाने के लिए फोटोशॉप एडिटेड फोटो की मदद लेते हैं। लेकिन कोई कितना भी झूठ बोले आख़िरकार जीत सत्य की ही होती है।
इस सभी सवालों के जवाब में बीजेपी ने कॉन्ग्रेस की भ्रम फैलाने वाली राजनीति पर विराम लगाया। रक्षा सौदों में कुछ बातें गोपनीय रखना राष्ट्रहित में होता है, लेकिन कॉन्ग्रेस इस राष्ट्रहित को किनारे करके बेवजह ही उलझाने वाली नीति को अपनाती है जो देश के लिए सही नहीं है।