Monday, November 25, 2024
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‘हिंदू दानिश कनेरिया हमारे साथ क्यों खाता है?’ – Pak क्रिकेट टीम का घिनौना सवाल और अख्तर का जवाब

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक चाहे सांसद बन जाएँ, पार्षद बन जाएँ या क्रिकेटर बन जाएँ... उनकी स्थिति हमेशा दयनीय ही रहेगी। - शोएब अख्तर के खुलासे के बाद हिंदू दानिश कनेरिया और ईसाई से मुसलमान बने यूसुफ योहाना की कहानी को...

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने एक चैट शो में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के घिनौने चेहरे का पर्दाफाश किया है। उन्होंने एक चैट शो के दौरान स्वीकारा है कि उनकी टीम हिंदू ख़िलाड़ी दानिश कनेरिया के साथ काफी नाइंसाफी करती थी। शोएब के अनुसार, दानिश कनेरिया हिंदू थे इसलिए पाकिस्तानी टीम में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता था। साथ ही टीम के खिलाड़ी यहाँ तक कहते थे कि दानिश कनेरिया उनके साथ खाना क्यों खाते हैं?

चैट शो में पूर्व क्रिकेटरों असीम कमाल और राशिद लतीफ के साथ शोएब अख्तर ने कई खुलासे किए। ओबीएन की रिपोर्ट के अनुसार, इस चैट शो के दौरान शोएब अख्तर ने एक सवाल के जवाब में कहा, “स्टीव वॉ ने एंड्रयू साइमंड्स को लगातार मौके दिए। वो दस साल तक क्रिकेट खेले। एबी डिविलियर्स ने क्विंटन डि कॉक को रिहेबिलिटेशन सेंटर भेजा, उन्हें तैयार किया और आज देखिए वो क्या कर रहे हैं? हमारे यहाँ तो ड्रेसिंग रूम में ही खिलाड़ियों को खराब कर दिया जाता है।”

इसी दौरान राशिद लतीफ ने यूसुफ योहाना का मामला उठाया और कहा कि यूसुफ को भी बहुत तंग किया गया, लेकिन वो भी बेमिसाल खिलाड़ी ‌थे। शोएब अख्तर ने यूसुफ के बारे में बताते हुए कहा, “यूसुफ के नाम 12 हजार रन दर्ज हैं। मगर, हमने कभी उनका सम्मान नहीं किया। दो-तीन खिलाड़ियों से मेरी लड़ाई भी हुई। मैंने कहा कि अगर कोई हिंदू है, तो भी वो खेलेगा। और फिर उसी हिंदू ने हमें टेस्ट सीरीज जिताई। “

बता दें कि यूसुफ योहाना मूल रूप से ईसाई थे। लेकिन बाद में अचानक उन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया था। कहानी तो यह भी चली कि क्रिकेट करियर को लंबा खींचने के लिए मजबूरी में उनके जैसे स्टार खिलाड़ी को भी धर्म परिवर्तन करना पड़ा।

शोएब अख्तर ने दानिश कनेरिया का जिक्र करते हुए बताया, “बात खुल जाएगी, मगर बताना चाहता हूँ कि कुछ खिलाड़ियों ने मुझसे कहा कि दानिश कनेरिया हमारे साथ खाना क्यों खाता है। मैंने उन सभी से कहा कि मैं तुम्हें यहाँ से उठाकर बाहर फेंक दूँगा, तुम अपने घर के कप्तान होगे। वो खिलाड़ी तुम्हें 6-6 विकेट लेकर दे रहा है। इंग्लैंड में दानिश और शमी ने ही हमें सीरीज जिताई थी।”

गौरतलब है कि ऐसे समय में जब भारत में नागरिकता संशोधन कानून के तहत 3 इस्लामिक देशों से आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने पर सरकार से सवाल किया जा रहा है, उस समय शोएब अख्तर और अन्य क्रिकेट्रों द्वारा किया गया खुलासा बेहद महत्तवपूर्ण है। यह खुलासा बताता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक चाहे सांसद बन जाएँ, पार्षद बन जाएँ या क्रिकेटर बन जाएँ… उनकी स्थिति हमेशा दयनीय ही रहेगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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