Monday, December 23, 2024
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पुलवामा के फिदायीन आदिल अहमद डार को शाकिर ने दी थी पनाह, NIA ने किया गिरफ्तार

विस्फोटकों से भरी कार जिससे सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया उसे भी लेकर शाकिर गया था। घटनास्थल से 500 मीटर पहले उसने कार छोड़ दी। इसके बार डार कार लेकर गया और हमले काफिले को निशाना बनाया।

पुलवामा आतंकी हमला मामले की जाँच कर रही राष्‍ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को बड़ी कामयाबी मिली है। NIA ने शुक्रवार (फरवरी 28, 2020) को इस मामले में शाकिर बशीर मागरे को गिरफ्तार किया। शाकिर जैश-ए-मोहम्‍मद का ओवर ग्राउंड वर्कर है। शाकिर ने ही आत्‍मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को अपने यहाँ पनाह दी थी और हमले के लिए जरूरी मदद उपलब्ध कराए थे।

आरोपित शाकिर ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने साल 2018 के अंत से फरवरी 2019 तक अपने घर में आदिल अहमद डार और पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक को शरण दी थी। इतना ही नहीं शाकिर ने इन दोनों आतंकियों को विस्‍फोटक IED जमा करने में मदद की थी। फिलहाल शाकिर को पूछताछ के लिए 15 दिन की NIA की कस्टडी में भेज दिया गया है।

पूछताछ में शाकिर ने बताया कि उसकी दुकान लेथपुरा पुल के पास स्थित है। 2018 में जैश के पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूक ने शाकिर की मुलाकात डार से कराई। इसके बाद शाकिर जैश के लिए फुलटाइम काम करने लगा। पुलवामा हमले की साजिश भी 2018 में रची गई। इसके बाद आदिल और फारूक, शाकिर के घर रहने लगे। शाकिर ने कार में रखे विस्फोटक को तैयार किया। लेथपोरा स्थित दुकान से वह सीआरपीएफ काफिले की मूवमेंट पर नजर रखता था। बीते साल जनवरी में उसने मूवमेंट की जानकारी आदिल व फारूक को दी थी।

उसने फारूक के कहने पर जनवरी 2019 में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर सीआरपीएफ के काफिले के आने जाने की टोह लेनी शुरू कर दी थी और इसके बारे में आतंकवादियों को सूचित करता था। इसके अलावा जिस मारुति ईको कार का इस्तेमाल किया गया था उसमें आईडी फिट करने में भी उसकी भूमिका थी। शाकिर ने फरवरी के पहले सप्ताह में ईको कार में अमोनियम नाइट्रेट, नाइट्रो ग्लिसरीन और आरडीएक्स लगाया गया। कार को पूरी तरह से मोडिफाई किया गया ताकि किसी को शक न हो।

शाकिर ने यह भी बताया कि विस्फोटकों से भरी मारुति ईको कार जिसका इस्तेमाल सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने के लिए किया गया था, उसे वह ही चलाकर घटनास्थल से लगभग 500 मीटर पहले तक लेकर गया था। हमले की जगह से 500 मीटर दूर वह गाड़ी से उतर गया और इसके बाद आदिल अहमद डार उस गाड़ी को चलाकर गया और हमले को अंजाम दिया।

बता दें कि दक्षिण कश्मीर के शोपियाँ में बुनिगाम गाँव में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान में एक आतंकी ठिकाने का पता चला है। पुलिस का कहना है कि बुनिगाम गाँव से विश्वसनीय सूत्रों से यह सूचना मिली कि इलाके में कुछ संदिग्ध लोग देखे गए हैं। सूचना पर तुरंत अमल करते हुए पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के जवान गाँव में पहुँच गए। उन्होंने पूरे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की तलाश में अभियान छेड़ दिया। अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने जब आतंकियों को ढूँढने के लिए घरों की तलाशी लेना शुरू किया तो इस दौरान नसीर अहमद मंटू नाम के शख्स के मकान से आतंकियों द्वारा छिपाए गए हथियार व गोला-बारूद बरामद हुआ।

उल्लेखनीय है कि पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था और इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। कई अन्य घायल हो गए थे। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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