उत्तर-पूर्वी दिल्ली के एक मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बुधवार (मार्च 25, 2020) को स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। डॉक्टर के साथ उनकी पत्नी और बेटी में भी कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं। इसके बाद इन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में इसकी सूचना दी गई। इस एडवाइजरी में उन लोगों से क्वारेंटाइन होने के लिए कहा गया जो 12 मार्च से लेकर 18 मार्च तक डॉक्टर के संपर्क में आए। साथ ही ये भी कहा गया कि कोरोना के लक्षण दिखते ही वे डॉक्टर से संपर्क करें।
गौरतलब है कि इससे पहले डॉक्टर के सऊदी से लौटी महिला यानी दिल्ली के 10 वें केस के संपर्क में आने की बात सामने आई थी। इसके बाद ही डॉक्टर के वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बताया जा रहा है कि इस डॉक्टर ने उस महिला मरीज का 12 मार्च से 17 मार्च तक इलाज किया था।
शाहदरा के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के एक आदेश में कहा गया है कि मौजपुरी के मोहनपुरी स्थित मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टर गोपाल झा कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। इसलिए क्लीनिक बंद कर दिया गया है और उसे साफ किया जा रहा है। इस आदेश में 12 मार्च से 18 मार्च तक डॉक्टर के संपर्क में आने वाले लोगों को 15 दिन का क्वारेंटाइन पीरियड सख्ती से फॉलो करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही ये भी कहा गया है कि लक्षण दिखने पर वह कंट्रोल रूम में संपर्क करें।
उल्लेखनीय है कि जिस सऊदी से लौटी महिला के कारण मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर, उनकी पत्नी, बेटी समेत कई लोगों पर ये आफत आ बनी है, वो दिल्ली में कोरोना का 10वाँ केस है। जानकारी के मुताबिक दुबई से लौटने के बाद ये महिला अपने भाई (तबरेज) और अम्मी से मिली। दोनों जहाँगीरपुरी इलाके में रहते हैं। महिला का भाई बहन से मिलने के बाद कोरोना से संक्रमित हुआ। वह सीएए विरोधी प्रदर्शनों में भी जाता रहा और इस तरह एक महिला की लापरवाही के कारण 400-450 लोग इस खतरे के घेरे में आ गए।
बता दें, ये पहला मामला नहीं है जहाँ किसी एक संक्रमित व्यक्ति की गलती के कारण किसी शहर में संक्रमण कम्यूनिटी के बीच फैलना शुरू हुआ हो। साउथ कोरिया के बिगड़े हालात के लिए वहाँ का 31वाँ केस जिम्मेदार था। उसके कारण 1000 से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आए और अब वहाँ 8,799 के करीब संक्रमित लोग हैं।