Sunday, September 8, 2024
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जम्मू-कश्मीर के बारामूला में एक और बीजेपी नेता का अपहरण, मेहराजुद्दीन मल्ल की तलाश में जुटे अधिकारी

भाजपा नेता मेहराजुद्दीन मल्ल जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में वाटरगम नगर समिति के उपाध्यक्ष भी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, मेहराजुद्दीन मल्ल को उस समय एक सैंट्रो कार में अगवा कर लिया गया, जब वह अपने दोस्त से मिलने के लिए सड़क से गुजर रहे थे।

कश्मीर में एक भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या करने के एक सप्ताह बाद, बारामुला जिले में एक भाजपा कार्यकर्ता मेहराजुद्दीन मल्ल (Mehrajuddin Malla) का अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपहरण कर लिया गया है।

भाजपा नेता मेहराजुद्दीन मल्ल जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में वाटरगम नगर समिति के उपाध्यक्ष भी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, मेहराजुद्दीन मल्ल को उस समय एक सैंट्रो कार में अगवा कर लिया गया, जब वह अपने दोस्त से मिलने के लिए सड़क से गुजर रहे थे।

मेहराजुद्दीन मल्ल का कथित तौर पर सोपोर शहर के रास्ते से अपहरण कर लिया गया। वो सोपोर में म्युनिसिपल कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट हैं। मेहराजुद्दीन मल्ल के अपहरण के बाद अधिकारियों ने खोज अभियान शुरू कर दिया है।

पुलिस के सूत्रों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस को प्राप्त इनपुट के आधार पर, अल बद्र समूह के पाकिस्तानी आतंकवादी इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। हालाँकि, इस बारे में अभी तक किसी भी प्रकार का आधिकारिक अंतिम बयान नहीं मिला है।

ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में बीजेपी नेता शेख वसीम बारी, उनके भाई और पिता की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके पिता, बशीर अहमद और भाई, उमर बारी भी हमले में घायल हुए थे। तीनों को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।

हमले के बाद, पुलिस ने मारे गए भाजपा नेता के 10 सुरक्षा गार्डों को हिरासत में लिया और उनसे सवाल किया गया था कि जब भाजपा नेता पर हमला हुआ था तो उनमें से कोई भी उसके साथ क्यों नहीं था? जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा था कि भाजपा नेता की हत्या के पीछे लश्कर के दो आतंकवादी थे।

घाटी में भाजपा के जनप्रतिनिधियों पर किए गए हालिया हमले पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की हताशा को दर्शाते हैं। दरअसल, महज वर्ष 2020 में ही, नए केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न अभियानों के तहत 130 से अधिक आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।

दूसरी ओर, पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में शांति प्रक्रिया को विफल करने की कोशिश कर रहा है, जो कि घाटी में निरंतर ही आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षित आतंकवादियों को भेजकर नियंत्रण रेखा के पास लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा है।

मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट करते हुए लिखा था : “मैं इस हमले की निंदा करता हूँ। इस दुख की घड़ी में उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मुख्य रूप से मुख्यधारा के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हिंसक रूप से लक्ष्य बनाना बेरोकटोक जारी है।”


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बुधवार, 8 जुलाई को अज्ञात आतंकवादियों द्वारा भाजपा नेता वसीम बारी की निर्मम हत्या का संज्ञान लेते हुए वसीम बारी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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