Sunday, September 8, 2024
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कॉन्ग्रेस चाटुकार सैम पित्रोदा ने स्वीकार ही लिया कि उन्हें जवानों से ज्यादा पाकिस्तान और आतंकियों की चिंता थी: PM मोदी

पाकिस्तान के प्रति पित्रोदा का यह रुख़ कॉन्ग्रेस की जिस राजनीति को उजागर करता है वो जगज़ाहिर है। जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के तमाम तरीक़ो में से एक तरीका यह भी है, जिससे वो वोट बटोरने की राजनीति को हवा दे रही है।

गाँधी परिवार के बेहद क़रीबी और इंडियन ओवरसीज कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने लाइमलाइट में आने के लिए ऐसा बयान दे डाला जिससे उनका पाकिस्तान के प्रति प्रेम उमड़ कर सामने आया। दरअसल, उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी ठहराना ग़लत है, साथ ही उन्होंने मुंबई हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस पर भी पूरे पाकिस्तान पर आरोप लगाना ठीक नहीं।

पिछले महीने 14 फ़रवरी को पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे और इस बड़े हमले के बाद देश में काफी रोष फैल गया था, साथ ही देशभर में इस हमले की कड़ी निंदा हुई थी। इसके अलावा केंद्र सरकार पर दबाव था कि वह इस पर अपना जवाब दे। बाद में भारतीय वायु सेना ने पाक सीमा के भीतर बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को ध्वस्त किया था।

पित्रोदा को पुलवामा हमले के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, बावजूद इसके उनका कहना है कि हमले के बाद हमने जिस प्रकार प्रतिक्रिया दी और वायुसेना के विमान भेज दिए वो सही तरीक़ा नहीं था। सैम पित्रोदा ने पुलवामा हमले के लिए कहा कि मात्र कुछ लोगों की ग़लती के लिए पूरे पाकिस्तान देश को सज़ा नहीं देनी चाहिए। इसी तरह मुंबई हमले (26/11) पित्रोदा ने कहा कि 8 लोगों के द्वारा अंजाम दिए गए हमले के लिए पूरे देश पर आरोप नहीं लगाना चाहिए। पित्रोदा के अनुसार कुछ लोग यहाँ आकर हमला करते हैं और इसका आरोप किसी देश के सभी नागरिकों पर नहीं लगाया जा सकता।

पाकिस्तान के प्रति अपनी सहानुभूति रखने वाले सैम पित्रोदा को प्रधानमंत्री मोदी ने करारा जवाब देते हुए ट्वीट किया कि कॉन्ग्रेस के शाही वंश के वफ़ादार दरबारी आज वही कह रहे हैं जो राष्ट्र पहले से ही जानता था कि कॉन्ग्रेस आतंकवादियों को जवाब देने के लिए तैयार नहीं थी। यह एक न्यू इंडिया है- हम आतंकवादियों को उसी भाषा में जवाब देंगे जो वे समझते हैं और वो भी ब्याज के साथ!

पाकिस्तान के प्रति पित्रोदा का यह रुख़ कॉन्ग्रेस की जिस राजनीति को उजागर करता है वो जगज़ाहिर है। जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के तमाम तरीक़ो में से एक तरीका यह भी है, जिससे वो वोट बटोरने की राजनीति को हवा दे रही है। सैम पित्रोदा ने पुलवामा हमले पर अपना बेहूदा बयान देकर बाद में सफाई देते हुए कहा कि ये सब छोटी-मोटी बातें हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो सिर्फ़ एक नागरिक के तौर पर सवाल पूछ रहा हूँ।


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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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