Sunday, September 8, 2024
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माँ-बाप दाेनों रहे CM फिर भी पास नहीं कर पाए मैट्रिक: तेजस्वी पर योगी आदित्यनाथ की टीम ने यूँ कसा तंज

“दो दो धनाढ्य मुख्यमंत्रियों की संतान होते हुए भी जो आज तक खुद मैट्रिक पास नहीं कर पाए, वे युवाओं को पढ़ाने, बढ़ाने और रोजगार तक का फॉर्मूला बता रहे, गजब है!”

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) को लेकर सरगर्मियाँ ज़ोरों पर हैं और ओपिनियन पोल्स (Opinion Polls) का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में सोमवार (अक्टूबर 26, 2020) को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहाकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट कर तेजस्वी पर तंज कसा है।

तेजस्वी यादव का बिना नाम लिखे शलभ मणि ने उनकी शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाया है। शलभ मणि त्रिपाठी ने लिखा, “दो दो धनाढ्य मुख्यमंत्रियों की संतान होते हुए भी जो आज तक खुद मैट्रिक तक पास नहीं कर पाए, वे युवाओं को पढ़ाने, बढ़ाने और रोजगार तक का फॉर्मूला बता रहे, गजब है !!”

बता दें कि तेजस्वी ने वादा किया है कि अगर उनकी सरकार आई तो वह पहली कैबिनेट बैठक में ही दस लाख युवाओं को रोजगार देने के फैसले पर साइन करेंगे। वह अपने हर भाषण में इस बात का जिक्र करते हैं। वह अपनी रैलियाें में शिक्षा, बेरोजगारी, स्कूल और पढ़ाई जैसे मुद्दे जोर-शोर से उठा रहे हैं। शलभ मणि का यह ट्वीट इसी का जवाब है।

इसके अलावा उन्होंने तेजस्वी के भाषण के वीडियो का एक छोटा सा हिस्सा शेयर करते हुए लिखा था, “रोज़गार तो बहाना है, फिर ‘बाबूजी’ जैसा नक्सलवाद ही फैलाना है!!”

शलभ मणि त्रिपाठी ने बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के एक ट्वीट को रीट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था, “ये है तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ का सच। 300-500 रुपए, खाना पीना और बाइक के लिए तेल का वादा करके लोगों को बुलाया जा रहा है। लेकिन दिया कुछ भी नहीं… गुस्साए लोगों ने कहा, 500 रुपए देकर 5 साल राज करना चाहता है तेजस्वी। वोट मोदी को ही देंगे, जिन्होंने सड़कें दीं, बिजली दी।” ये बातें उन्होंने वीडियो में बोल रहे एक जनता के हवाले से लिखा था।

दरअसल तेजस्वी ने जब चुनावी रैली में 10 लाख नौकरियाँ देने का वादा किया तो विरोधियों ने उनकी आलोचना यही कहकर की कि ‘वो क्या नौकरी देंगे, जिन्होंने कभी खुद कोई नौकरी नहीं की’। इससे पहले भी, कम शिक्षित होने के लिए तेजस्वी पर कटाक्ष किए गए हैं। कक्षा 9 में ही स्कूल छोड़ देने वाले तेजस्वी ने जब उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी, तब भी उनके खिलाफ यही मुद्दा उठा था। लेकिन उनके समर्थकों का जवाब था कि खिलाड़ी खेल के लिए अकादमिक शिक्षा छोड़ते रहे हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अप्रत्यक्ष रूप से लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि राजद की सरकार ने गरीबों का राशन तो खाया साथ ही गाय और भैंस का चारा भी खा लिया। यूपी सीएम ने इस दौरान बताया कि कैसे उनकी सरकार ने पाकिस्तान के घर में घुसकर भी मारा और भगवान राम का मंदिर भी बनवा दिया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान राजद और कॉन्ग्रेस पर खूब तंज कसे और कहा था कि उन्होंने शासन लंबे समय तक किया लेकिन उनका एजेंडा कुछ नहीं था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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