भारत की सबसे बड़ी फूड डिलीवरी कंपनी Swiggy के सोशल मीडिया हैंडल्स से कुछ ऐसी चीजें लिखी गईं, जिससे उसका मोदी विरोध साफ़ नजर आता है। विजय पटेल नामक ट्विटर यूजर ने खुलासा किया है कि Swiggy के पीछे एक ऐसी मार्केटिंग कंपनी है, जिसमें मोदीफोबिक लोग भरे पड़े हैं। उन्होंने बताया कि ‘Dentsu Webchutney‘ नामक कंपनी ही Swiggy की मार्केटिंग रणनीति तैयार करती है।
इस ‘Dentsu Webchutney‘ के चेयरमैन हैं सिद्धार्थ राव, जिनके दो स्क्रीनशॉट्स शेयर कर के विजय पटेल ने उनके हिंदुत्व विरोध को सामने लाया। उन्होंने प्रोपेगंडा पोर्टल AltNews के संपादक प्रतीक सिन्हा के उस ट्वीट को लाइक किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी चीजें बदल जाती हैं, लेकिन ठीक से काम न करने वाला धर्म एकमात्र ऐसा सिस्टम है, जिसे बदला नहीं जा सकता। प्रतीक सिन्हा और उसका AltNews फेक न्यूज़ फैलाने में मास्टर है।
साथ ही सिद्धार्थ राव ने ‘राष्ट्रीय कामधेनु आयोग’ के अध्यक्ष के उस बयान का भी मजाक उड़ाया था, जिसमें उन्होंने गाय के गोबर को एंटी-रेडिएशन और और रोग-प्रतिरोधी बताया था। जब फिल्म निर्देशक अनुभव सिन्हा ने लिखा था कि ‘कुछ दिनों से कोई धर्म खतरे में नहीं है। सब ठीक है ना?‘, तो सिद्धार्थ ने इस ट्वीट को रीट्वीट किया। अब इसके बाद पटेल ने कम्पनी के क्रिएटिव टीम का हिस्सा संकेत के वैचारिक झुकाव का खुलासा किया।
जब पीएम मोदी ने एक सप्ताह तक भारत को कोरोना मुक्त करने का अभियान चलाया तो संकेत ने पूछा कि फिर ‘भक्त’ कहाँ जाएँगे? बता दें कि मोदी समर्थकों के लिए लिबरल गिरोह ‘भक्त’ शब्द का इस्तेमाल करता है। साथ ही ‘श्रीराम जन्मभूमि निर्माण क्षेत्र’ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जब कोरोना पॉजिटिव हुए थे, तब संकेत ने ‘गो कोरोना गो’ लिख कर उनका मजाक बनाया। जब पीएम मोदी की रिमोट से किसी योजना के उद्घाटन की तस्वीर सामने आई थी, तब संकेत ने पूछा था कि ‘चैनल नंबर 2002’ पर क्या चल रहा है?
कई लिबरल पत्रकार अभी भी 2002 गुजरात दंगों में पीएम मोदी का नाम घसीटते हैं। साथ ही संकेत ने ये भी लिखा था कि पीएम मोदी ‘जुडिशरी के चैनल’ को म्यूट कर रहे हैं। साथ ही उसने पीएम मोदी के लिए ‘खाली कुकर’ शब्द का इस्तेमाल किया था। योग करते हुए पीएम मोदी की तस्वीर पर ‘उमराव जान’ भी लिखा। उसने एक ट्वीट को रीट्वीट किया, जिसमें कहा गया था कि पीएम मोदी ने एक बार अपने हाथों से ट्रेन खींच दी थी।
Now lets come to views of its creative team.
— Vijay Patel (@vijaygajera) December 1, 2020
Meet @iamsexified He is creative person at @webchutney
Find his some likes and retweets pic.twitter.com/n7adg5Z7Zl
जब Swiggy की तरफ से ‘किसान आंदोलन’ पर मोदी समर्थकों का मजाक उड़ाया गया था, तब कम्पनी के कार्तिक ने पूछा था कि अब कौन केंद्रीय मंत्री सबसे पहले बॉयकॉट की अपील करेगा? कंटेंट क्रिएटर प्रज्ञा सरीन और संकेत ने अपनी पोल खुलने के बाद अपने एकाउंट्स लॉक कर लिए। इसके बाद कंपनी ने भी अपना ट्विटर हैंडल लॉक कर लिया और अपनी इंस्टा प्रोफाइल्स को प्राइवेट कर लिया।
इतना ही नहीं, Swiggy के फ़ाउंडिंग मेंबर राहुल जैमिनी भी राहुल गाँधी की प्रशंसा वाले ट्वीट्स किए और योगी आदित्यनाथ का अपमान करने वाले कार्टून की तस्वीर को भी लाइक किया, जिसमें उन्हें ‘प्यार का दुश्मन’ बताया गया था। वो सलिल त्रिपाठी और प्रतीक सिन्हा के ट्वीट्स लाइक करते रहे हैं। अब ये भी सामने आ रहा है कि ‘Dentsu Webchutney‘ कम्पनी राहुल गाँधी की छवि चमकाने के लिए भी हायर की गई थी।
So , it seems @webchutney was also involved in Rahul Gandhi’s PR makeover.
— Bajrangi Pikachu (@zLaTaNPiKaPi29) December 1, 2020
cc : @adt007ad
Bhanumati Ka Pitara khul gaya, it seems.
Dentsu-webchutney seems to be allied. https://t.co/0dCu2vTfFP
एक खबर आई थी कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले राहुल गाँधी की छवि चमकाने के लिए जापान के एडवर्टाइजिंग फर्म ‘Dentsu‘ को हायर किया गया है। साथ ही इसके लिए 500 करोड़ रुपए खर्च करने की खबर भी आई थी। शॉर्ट फिल्मों और प्रिंट प्रचार सामग्रियों का प्रयोग कर के ऐसा किए जाने की योजना थी। इन सबसे साफ़ है कि Swiggy का पूरा प्रबंधन और मार्केटिंग मोदी विरोधियों के हाथ में है।
अप्रैल 2019 में बेंगलुरु में Swiggy की अजीबोगरीब माफी का मामला सामने आया था। ऑन-डिमांड खाना पहुँचाने वाली कंपनी Swiggy के डिलीवरी एजेंट पे एक महिला को गाली देने का आरोप लगा था और साथ ही अश्लील और अभद्र आचरण करने का भी आरोप लगा था। महिला का आरोप था कि शिकायत करने पर कंपनी ने उसे एक “Sorry” नोट और ₹200 का कूपन दे कर मामला रफा-दफा करने का प्रयास किया।