Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीति'23 मई को कॉन्ग्रेस की शोक सभा', सोनिया गाँधी को '272' जुगाड़ता देख बॉलीवुड...

’23 मई को कॉन्ग्रेस की शोक सभा’, सोनिया गाँधी को ‘272’ जुगाड़ता देख बॉलीवुड प्रोड्यूसर ने किया कटाक्ष

एक अन्य ट्वीट में अशोक पंडित ने सोनिया गाँधी की जोड़तोड़ की इस कवायद को 'मुंगेरीलाल के हसीन सपने' भी बताया है।

पूरे देश में इस समय लोकसभा चुनाव जारी हैं। अब तक 6 चरणों में मतदान हो चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के विपक्ष में खड़ी पार्टियों ने एकजुट होना शुरू कर दिया है। अभी सातवें चरण के मतदान 19 मई को होने बाकी हैं, लेकिन बीजेपी के विरोध में उतरी पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी ने ‘मिशन 272’ के लिए गठबंधन की दिशा में काम करना शुरू भी कर दिया है।

23 मई को चुनाव के नतीजे आ जाएँगे। इस बीच एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर फिल्म के को-प्रोड्यूसर अशोक पंडित ने सोनिया गाँधी को लेकर ट्विटर पर तंज कसा है।

बॉलीवुड प्रोड्यूसर अशोक पंडित ने एक समाचार पत्र की रिपोर्ट को रीट्वीट करते हुए कटाक्ष किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सोनिया गाँधी ने लोकसभा में बहुमत के लिए जरूरी 272 के आँकड़े के लिए काम करना शुरू कर दिया है। अशोक पंडित ने इसे लेकर ट्वीट किया है, “23 मई को महाठगबंधन की शोक सभा का आयोजन किया जाएगा।”

यही नहीं, एक अन्य ट्वीट में अशोक पंडित ने सोनिया गाँधी की जोड़तोड़ की इस कवायद को ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने‘ भी बताया है।


Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -