उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले का रहने वाले अनुसूचित जाति के एक शख्स का पुणे में धर्मांतरण करने का मामला सामने आया है। हालाँकि, हंगामा होने के बाद इसने अपने मूल हिंदू धर्म में वापसी कर ली है। दरअसल, डेविड कुमार नाम का यह शख्स पुणे के एक बेकरी में काम करता था। इसी दौरान बेकरी संचालकों ने उसकी गरीबी दूर करने के नाम पर उसका धर्म परिवर्तन करवा दिया। धर्मान्तरण के बाद युवक ने अपना नाम डेविड कुमार से बदलकर मोहम्मद बिलाल रख लिया।
मामला बिजनौर जिले के सेदोरबेरखाँ गाँव का है। यहीं के रहने वाले डेविड कुमार नाम के अनुसूचित जाति के युवक के पिता की मौत हो गई थी। घर की माली हालत सही नहीं थी, इसलिए दूसरे समुदाय के लोगों के साथ कमाने-खाने के लिए वह महाराष्ट्र के पुणे चला गया और वहाँ एक बेकरी में काम करने लगा।
इस बीच उसे लालच देकर उसका धर्मान्तरण करा दिया गया और वह डेविड से बिलाल हो गया। उसने मुस्लिमों की तरह ही दाढ़ी रख ली और उनकी तरह ही उसका व्यवहार भी हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह वह पुणे से अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए आया तो उसने मुस्लिमों की तरह कुर्ता पायजामा पहन रखा था और लंबी दाढ़ी भी रखी थी।
उसे इस रूप में देखकर जब घर वालों ने कारण पूछा तो उसने बताया कि वह धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन चुका है। उसने यह भी कहा कि अब उसकी सारी गरीबी दूर हो जाएगी। इसके बाद परिवार और गाँव के लोगों ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने अपनी मर्जी से इस्लाम अपनाया है।
हिंदू संगठनों की मदद से हुई घर वापसी
जब परिजन उसे समझाने में नाकाम रहे तो उन्होंने हिंदू संगठनों की मदद ली। हिंदू संगठनों ने भी उसे समझाने की काफी कोशिशें की, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं था। हालाँकि, हिंदू संगठनों और बिरादरी के लोगों द्वारा लगातार समझाने और मान-मनौव्वल के बाद वह हिंदू धर्म में वापसी के लिए तैयार हो गया।
इसके तुरंत बाद शनिवार (24 जुलाई 2021) को गाँव के ही संत रविदास मंदिर में पुजारी राधा मोहन ने पूजा-पाठ कराकर डेविड कुमार की घर वापसी कराई। इसके बाद पूरे गाँव में ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस भी निकाला गया।
हिंदू युवा वाहिनी के मंडल प्रभारी डॉ. एन पी सिंह ने आरोप लगाया कि गाँव के ही गैर संप्रदाय के युवकों ने आर्थिक प्रलोभन देकर डेविड कुमार का धर्मांतरण कराया है। डॉ. सिंह ने धर्मांतरण कराने वाले लोगों पर मामला दर्ज करने की माँग की।