Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'ड्रग्स एडिक्ट कहाँ रहते हैं': इमरान खान की तीसरी बीवी बुशरा 'पागलखाने' पहुँचीं, सरकारी...

‘ड्रग्स एडिक्ट कहाँ रहते हैं’: इमरान खान की तीसरी बीवी बुशरा ‘पागलखाने’ पहुँचीं, सरकारी TV ने लाइव दिखाया

इससे पहले मार्च में उन्होंने लाहौर के दाता दरबार के पास एक सरायखाने का दौरा किया था। वहाँ उन्होंने लोगों के साथ रोटियाँ भी खाई थी।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तीसरी बीवी बुशरा पिछली बार 2019 में तब चर्चा में आईं थी, जब एक टीवी चैनल ने दावा कर दिया था कि उनका अक्स आईने में नहीं दिखता। साथ ही यह भी कहा था कि वे जिन्नों को गोश्त खिलाती हैं। बाद में पाकिस्तानी मीडिया ने इसे फेक न्यूज बताया। बावजूद बुशरा बीवी की रहस्यमयी जिंदगी को लेकर कयास लगते रहते हैं। अब वे पाकिस्तान के पंजाब मानसिक स्वास्थ्य संस्थान (PIMH) का दौरा करने को लेकर चर्चा में हैं।

बुशरा बीवी बुधवार (15 सितंबर 2021) को यहाँ पहुँचीं थी। उन्होंने मरीजों से बात की। ड्रग्स एडिक्ट कहाँ रखे जाते हैं, इसके बारे में पूछा। सुविधाओं और बुनियादी ढाँचे में सुधार को लेकर रिपोर्ट तलब की। उल्लेखनीय है कि इस संस्थान को स्थानीय लोग बोलचाल की भाषा में पागलखाना कहते हैं। बुशरा का यह दौरा पाकिस्तान के सरकारी टीवी चैनल पीटीवी पर लाइव दिखाया गया।

पीटीवीके अनुसार बुशरा बीवी ने संस्थान के विभिन्न विभागों का दौरा किया। उन्हें वहाँ पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया गया। इस दौरान उन्होंने मरीजो से भी बातचीत कर उनका हाल जाना। उन्होंने नशा करने वालों मानसिक रूप से बीमार बुजुर्गों के पुनर्वास पर अधिक ध्यान देने पर जोर दिया। कर्मचारियों को मरीजों की अधिक से अधिक मदद करने का निर्देश दिया।

इसके अलावा बुशरा बीवी ने अस्पताल के किचेन में जाकर वहाँ पर खानपान की सुविधाओं का जायजा लिया। सामान्यतया बुशरा बीबी आमतौर बिना किसी सुरक्षा प्रोटोकॉल के सार्वजनिक स्थानों पर जाती रहती हैं। बहरहाल पंजाब मानसिक स्वास्थ्य संस्थान (PIMH) के उनके दौरे के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था को कड़ा करते हुए प्रशासन ने वहाँ लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दिया था।

इससे पहले मार्च में उन्होंने लाहौर के दाता दरबार के पास एक सरायखाने का दौरा किया था। वहाँ उन्होंने लोगों के साथ रोटियाँ भी खाई थी। वह पिछले साल इस्लामाबाद सरायखानों का दौरा कर लोगों से बातचीत करते हुए पति की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ की तारीफ की थी। वहाँ परोसे जा रहे खाने का स्वाद चखा था। साथ ही सरायखानों में सुविधाओं के सुधार की बात की थी। तहरीक-ए-इंसाफ की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए बुशरा बीवी ने कहा था कि लोगों की देखभाल करना उनकी सरकार की जिम्मेदारी है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -