अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। जाँच में पता चला है कि बाघंबरी मठ और महंत नरेंद्र गिरि के कमरे के सामने लगे सभी सीसीटीवी कैमरे उस दिन बंद कर दिए गए थे, जिस दिन महंत की संदिग्ध मौत हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरा मठ सीसीटीवी की निगरानी में है। यहाँ 43 कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से 15 सीसीटीवी कैमरे पहली मंजिल पर महंत नरेंद्र गिरि के कमरे के सामने लगाए गए हैं।
महंत के कमरे के सामने लगे 15 सीसीटीवी कैमरे
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को इस मामले में तब संदेह हुआ जब उन्होंने जाँच में पाया कि मठ की पहली मंजिल पर 15 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जहाँ महंत का कमरा था, लेकिन 20 सितंबर 2021 को उन सभी को बंद कर दिया गया था। इसी दिन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष अपने कमरे में मृत पाए गए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को बिना सीसीटीवी कैमरों के यह पता लगाने में मुश्किल हो रही है कि महंत घटना के दिन पहली मंजिल पर अपने कमरे में कैसे और कब पहुँचे। इसके अलावा, पुलिस यह भी पता नहीं लगा पा रही है कि घटना के वक्त कोई कमरे में था या महंत के कमरे में जाने के बाद कोई अंदर गया था।
ये कुछ अनसुलझे प्रश्न हैं, जिनका उत्तर अभी तक पहेली बना हुआ है। जाँच के मुताबिक मठ के प्रवेश द्वार से लेकर महंत नरेंद्र गिरि के कमरे तक लगे कैमरों में घटना की कोई रिकॉर्डिंग नहीं है।
हालाँकि, मठ के कुछ सदस्यों ने पुलिस को बताया कि 20 सितंबर 2021 को मठ में बिजली जाने की वजह से कैमरे अचानक बंद हो गए थे। अन्य ने कहा कि कैमरों से जुड़ी एक डीवीआर मशीन कुछ दिन पहले खराब हो गई थी, जिससे कैमरों ने काम करना बंद कर दिया था। ऐसे में पुलिस का इन बातों पर विश्वास करना और मामले की जाँच करना मुश्किल हो रहा है।
प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत की जाँच केंद्रीय जाँच एजेंसी (CBI) कर रही है। सीबीआई ने रविवार (26 सितंबर 2021) को प्रयागराज कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दायर कर मौत के मामले में तीन संदिग्धों आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी की 10 दिन की हिरासत की माँग की थी। उनके पास से कुछ इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद हुए हैं।
गौरतलब है कि प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महंत का शव बाघमबरी मठ में सोमवार (20 सितंबर 2021) को फाँसी के फंदे से लटकता मिला था। महंत की मौत की जाँच के लिए सीबीआई ने 6 सदस्यीय टीमों का गठन किया है।