Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयमानसिक विक्षिप्त व्यक्ति पर कुरान के अपमान का आरोप: पाकिस्तान में मुस्लिम भीड़ का...

मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति पर कुरान के अपमान का आरोप: पाकिस्तान में मुस्लिम भीड़ का हमला, फूँक दी चार पुलिस चौकी और 30 कारें

मुस्लिमों की भीड़ पुलिस से ईशनिंदा के आरोपित को सौंपने की माँग कर रही थी, जब उन्होंने उसे नहीं सौंपा तो उन्होंने पुलिस थाने और चौकियों में आग लगा दी।

पाकिस्तान के चारसड्डा जिले में रविवार (28 नवंबर 2021) रात को मुस्लिमों की भीड़ ने एक पुलिस थाने और चार चौकियों को आग के हवाले कर दिया। साथ ही 30 से अधिक कारों में आग लगा दी। इस​ घटना को 5,000 हजार लोगों की भीड़ ने अंजाम दिया था। अधिकारियों ने बताया कि मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति पर कुरान का अपमान करने का आरोप है। मुस्लिमों की भीड़ पुलिस से ईशनिंदा के आरोपित को सौंपने की माँग कर रही थी, जब उन्होंने उसे नहीं सौंपा तो उन्होंने पुलिस थाने और चौकियों में आग लगा दी। सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी पत्रकार ने यह वीडियो शेयर किया है। वीडियो में आप पुलिस थाने को जलता हुए देख सकते हैं।

स्थानीय अधिकारी आसिफ खान ने बताया कि हमले में कोई अधिकारी हताहत नहीं हुआ है। हमले के कारण पुलिस को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के एक जिले चारसड्डा में व्यवस्था बहाल करने के लिए सैनिकों को बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने भीड़ द्वारा बंदी को पीटने का का प्रयास विफल कर दिया। पुलिस उसे दूसरे जिले में ले गई है।

खान ने आगे बताया कि संदिग्ध को एक दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने उस व्यक्ति का नाम जाहिर नहीं किया है, क्योंकि अधिकारी अभी इस मामले की जाँच कर रहे हैं। अधिकारियों ने शुरू में इनका विरोध किया, लेकिन पुलिस थाने पर हजारों प्रदर्शनकारियों के हमला करने के बाद वे वहाँ से भाग गए। अधिकारी ने बताया कि चारसड्डा में सोमवार (29 नवंबर 2021) को स्थिति सामान्य रही।

बता दें कि पिछले महीने पाकिस्तान के चारसड्डा जिले से मलंग जान नाम के विकलांग व्यक्ति को मामूली विवाद के बाद मुस्लिम भीड़ द्वारा जलाकर मार देने की घटना सामने आई थी। व्हीलचेयर वाले व्यक्ति (मलंग) को जिंदा जलाने के आरोप में पुलिस ने करीब 13-14 लोगों को गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि मलंग जान को कट्टरपंथियों की भीड़ ने इसलिए जिंदा जला दिया था, क्योंकि उस पर बकरी की कथित चोरी को लेकर एक लड़के की हत्या करने का संदेह था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -