कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी गुरुवार (जून 20, 2019) को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान मोबाइल फोन पर बिजी नज़र आए। जिसको लेकर राहुल गाँधी से सोशल मीडिया पर भी सवाल किया गया कि वह अपना दायित्व भूलकर फोन में क्यों लगे हुए हैं? अब इस मामले में भाजपा महासचिव राम माधव ने राहुल गाँधी पर तंज कसा है। उन्होंने शुक्रवार (जून 21, 2019) को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर केरल के तिरुवनंतपुरम में भाजपा की ओर से आयोजित किए गए कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान राहुल को निशाने पर लेते हुए कहा कि संसद में कुछ बच्चे मौजूद हैं, योग उनका बचपना दूर करने में उनकी मदद करेगा।
‘Kids in school and parliament’: Ram Madhav takes a swipe at Rahul Gandhihttps://t.co/yzyj6PWKTQ pic.twitter.com/3x8Du6iKLZ
— Hindustan Times (@htTweets) June 21, 2019
योग दिवस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के बीच राम माधव ने कहा, “कई बार कक्षा में शिक्षक जो पढ़ा रहे होते हैं, उस पर फोकस करना कठिन होता है। परीक्षा के दौरान किताबों पर फोकस करना भी कठिन होता है। हमें नींद आने लगती है और हम सो जाते हैं। पर चिंता करने की कोई बात नहीं! स्कूली बच्चों की तरह संसद में भी कुछ बच्चे हैं। वो हमारे राष्ट्रपति के भाषण पर भी ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। उन्हें अपना मोबाइल देखना होता है, मैसेज चेक करना होता है, या फिर वीडियो गेम खेलना होता है। अस्थिर दिमाग का यह अजीब स्वभाव है। ऐसे में इसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है, जिसके लिए योग को अपनाना चाहिए। योग बचकानी हरकत दूर करने में योग उनकी मदद करेगा।”
Rahul Gandhi engaged with mobile phone while President Kovind is giving his speech,
— Sumit Katiyar (@iSKatiyar) June 20, 2019
Does he hates him just because he is from Dalit community ? #PresidentKovind pic.twitter.com/43ZHvMwMrI
इसके साथ ही भाजपा महासचिव ने सबरीमला मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि इस देश में हर परंपरा को या तो खत्म कर दिया जाना चाहिए या फिर उससे नफरत किया जाना चाहिए। चाहे वह सबरीमला वाला मामला हो या फिर योग का। वो लोग इससे नफरत करते हैं, क्योंकि ये भारतीय परंपरा है।
राम माधव ने कहा कि जो लोग इसे नष्ट करना चाहते हैं, उन्हें इस बात का एहसास नहीं है कि ये परंपरा, ये संस्कृति, ये वो मूल्य प्रणाली है जो अंततः दुनिया को बचाने और शांति, समृद्धि और विकास के रास्ते पर ले जाने वाली है। ऐसे लोगों को भी योग सिखाने की ज़रूरत है।