Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीतिबहू अपर्णा यादव के बाद मुलायम सिंह के साढ़ू प्रमोद गुप्ता भी सपा छोड़...

बहू अपर्णा यादव के बाद मुलायम सिंह के साढ़ू प्रमोद गुप्ता भी सपा छोड़ भाजपा में होंगे शामिल: कहा- नेताजी को बंधक बना लिया गया है

प्रमोद गुप्ता ने कहा कि सपा में उन लोगों को शामिल किया जा रहा है, जो पार्टी और नेता जी को गालियाँ देते थे। जिस दल में नेता जी का ही अपमान होने लगा हो उस दल में रहने का अब कोई मतलब नहीं रह गया है, इसलिए मैं भाजपा में शामिल होने जा रहा हूँ।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (सपा) को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के परिवार के सदस्य और रिश्तेदार ए​क-एक करके उनका साथ छोड़ रहे हैं। छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) के बाद मुलायम सिंह यादव के साढ़ू और पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता (Pramod Kumar Gupta) भी बीजेपी का दामन थामेंगे। रिश्ते में अखिलेश यादव के मौसा प्रमोद गुप्ता ने इसका ऐलान किया है।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साढ़ू और औरैया जिले के बिधूना क्षेत्र से विधायक रहे प्रमोद कुमार गुप्ता ने कहा कि सपा अपनी मूल विचारधारा से भटक गई है। पार्टी में अब नेता जी (मुलायम सिंह यादव) और शिवपाल सिंह यादव का कोई सम्मान नहीं बचा है। वह इसे आहत हैं, इसलिए अब भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।

मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के बहनोई गुप्ता ने आरोप लगाया है कि सपा में मुलायम सिंह यादव को विक्रमादित्य मार्ग वाले आवास पर बंधक बना लिया गया है और उन्हें किसी से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। यही नहीं, नेता जी के जन्मदिन वाले दिन उन्हें बोलने भी नहीं दिया गया और उनसे माइक छीन लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि आज पार्टी में गैर-समाजवादियों को तरजीह दी जा रही है और पुराने समाजवादियों की घोर उपेक्षा की जा रही है।

उन्होंने आगे कहा कि सपा में उन लोगों को शामिल किया जा रहा है, जो पार्टी और नेता जी को गालियाँ देते थे। जिस दल में नेता जी का ही अपमान होने लगा हो उस दल में रहने का अब कोई मतलब नहीं रह गया है, इसलिए मैं भाजपा में शामिल होने जा रहा हूँ।

बता दें कि मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने बुधवार (19 जनवरी 2022) को भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। उन्होंने दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -