Wednesday, November 27, 2024
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1857 क्रांति के नायक वीर कुंवर सिंह के पड़पोते की संदिग्ध मौत: भीड़ ने हाथ में चप्पल लेकर काटा बवाल, SIT गठित

पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने इस मामले को लेकर कहा कि इस जाँच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। लापरवाही पाई गई तो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

बिहार के भोजपुर में 1857 की क्रांति के नायक रहे बाबू वीर कुंवर सिंह के वंशज कुंवर रोहित सिंह (45) की मंगलवार (29 मार्च 2022) को संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हो गई। उन्होंने जगदीशपुर के रेफरल अस्पताल में अंतिम सांस ली। अब उनकी मौत के मामले का आरोप जिले की पुलिस पर लग रहा है कि पुलिसवालों ने ही कुंवर रोहित को पहले बेरहमी से पीटा और फिर अधमरा अवस्था में उन्हें सोमवार को रेफरल अस्पताल के गेट पर फेंक दिया। ताजा जानकारी के अनुसार, इस मामले में एसआईटी गठित कर दी गई है। एसपी ने आश्वासन दिया है कि जाँच के बाद आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

मृतक रोहित की माँ पुष्पा सिंह बीजेपी की नेता हैं। उन्होंने कहा है कि वीर कुंवर सिंह किला परिसर के अंदर सीआईटी के जवान गलत काम कर रहे थे, जिसका विरोध उनके बेटे ने किया था। इसी के बाद जवानों ने उन्हें मारा पीटा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि अगर उनके बेटे को न्याय नहीं मिला तो देश हिल जाएगा।

आत्मदाह की धमकी

पुष्पा सिंह ने ये भी कहा कि केवल वीर कुंवर सिंह के नाम पर आश्वासन दिया जाता है। अगर दोषी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो गृह मंत्री अमित शाह का कार्यक्रम नहीं होने देंगी और आत्मदाह कर लेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सीआईटी के जवान किले में शराब और हेरोइन बेचते हैं। लड़कियाँ भी लाई जाती हैं।

इसके साथ ही उन्होंने रेफरल अस्पताल के डॉक्टरों पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर SDPO श्याम किशोर रंजन, एसडीएम सीमा कुमारी, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, अंचलाधिकारी कुमार कुंदन लाल, धनगाई थानाध्यक्ष कंचन कुमारी, आयर थानाध्यक्ष प्रदीप भास्कर, बीडीओ राजेश कुमार, नगर कार्यपालक पदाधिकारी विनय कुमार समेत समेत पुलिस फोर्स अस्पताल पहुँच गई। अधिकारियों ने काफी देर तक लोगों को समझाते रहे। हालाँकि, लोग डीएम और एसपी के आने को लेकर अड़े रहे। रात करीब 11 बजे कलेक्टर रोशन कुशवाहा और एसपी विनय तिवारी अस्पताल पहुँचे और लोगों को समझाया।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद शव का पोस्टमार्टम करने दिया गया। पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने कहा, “मामले की जाँच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। लापरवाही पाई गई तो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।”

बता दें कि रोहित सिंह की मृत्यु के बाद विपक्षी राजनेता जहाँ इस मामले को लेकर नीतिश सरकार को घेर रहे हैं वहीं कुंवर रोहित के सैंकड़ों समर्थक सड़कों पर आ गए हैं। हाथ में चप्पल लेकर जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी हो रही है। खबर है कि आगजनी कर NH-30 आरा-मोहनिया मेन रोड को जाम कर दिया गया है।

ऑपइंडिया की पुलिस से बातचीत

इस मामले में ऑपइंडिया से बात करते हुए भोजपुर जिले के एसडीपीओ जगदीश्वर ने बताया कि इस मसले पर एसआईटी का गठन किया गया है। पीड़ित पक्ष ने सीआईटी पर आरोप लगाया है। हम लोगों ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और पोस्टमार्टम भी करा दिया है। हम वैज्ञानिक तरीके से जाँच कर रहे हैं, जो सही होगा उस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। आरोपितों की तलाश में रेड मारी जा रही है। लोग बोल रहे हैं कि तीन आदमी थे। हमें पता चला है कि जिस आदमी की मौत हुई है वो अकेले ही हॉस्पिटल जा रहा था। अभी तक पुलिस का कोई प्रेसनोट नहीं बना है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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