पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) में राजनीतिक उठा-पटक के बीच अविश्वास प्रस्ताव के संकट से जुझ रहे प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने पंजाब के राज्यपाल चौधरी मोहम्मद सरवर (Chaudhary Muhammad Sarwar) को उनके पद से हटा दिया है। नए राज्यपाल की घोषणा बाद में की जाएगी, तब तक डिप्टी स्पीकर ही कार्यवाहक राज्यपाल रहेंगे। पाकिस्तान का संविधान यही कहता है।
इमरान खान ने यह कदम तब उठाया, जब नेशनल एसेंबली में उनकी सरकार के खिलाफ मतदान की प्रक्रिया चल रही है। वहीं, पंजाब विधानसभा में उस्मान बुजदार के इस्तीफा देने के बाद सदन के नए नेता चुनाव करने के लिए विधानसभा की अगले कुछ घंटों में बैठक होनी थी।
राज्यपाल को हटाने की घोषणा इमरान खान की सरकार में सूचना मंत्री फवाद खान ने ट्विटर के जरिए की। हालाँकि, राज्यपाल को हटाने के उन्होंने कोई कारण नहीं बताया, लेकिन माना जा रहा है कि पंजाब विधानसभा में भी बहुमत साबित करने की प्रक्रिया चल रही है और इसी प्रभावित करने की उन्होंने कोशिश की है।
وفاقی حکومت نے گورنر پنجاب چوہدری محمد سرور کو ان کے عہدے سے برطرف کر دیا ہے، نئے گورنر پنجاب کا اعلان بعد میں کیا جائیگا، آئین کے مطابق ڈپٹی اسپیکر قائم مقام گورنر ہوں گے
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) April 3, 2022
ट्वीट में फवाद चौधरी ने लिखा, “केंद्र सरकार ने पंजाब के राज्यपाल चौधरी मोहम्मद सरवर को उनके पद से हटा दिया है। पंजाब के नए राज्यपाल की घोषणा बाद में की जाएगी। संविधान के अनुसार डिप्टी स्पीकर कार्यवाहक राज्यपाल होगा।”
सरवर ब्रिटिश सांसद रह चुके हैं और साल 2013 में उन्होंने ग्लासगो के अपने राजनीतिक जीवन को छोड़कर पाकिस्तान आ गए थे। यहाँ आकर उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (PML-N) शामिल हो गए थे। साल 2013 के आम चुनावों और पंजाब के विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत के बाद उन्हें पंजाब का राज्यपाल बनाया गया था।
साल 2015 में उन्होंने राज्यपाल के पद से इस्तीफा देकर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) में शामिल हो गए थे और सितंबर 2018 में दोबारा राज्यपाल बने थे। हालाँकि, अब सरवर ने बागी रूख अपना लिया है। इसी कारण इमरान खान ने उन्हें पद से हटा दिया।
बताया जा रहा है कि सरवर को परवेज इलाही की माँग पर बर्खास्त किया गया है। इलाही का कहना है कि सरवर विपक्षी दल हमजा शाहबाज के लिए प्रचार कर रहे थे। परवेज इलाही ने इसको लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान को फोन किया था और इमरान खान ने राष्ट्रपति को पंजाब के राज्यपाल को बर्खास्त करने का सुझाव दिया। कहा जा रहा है कि सरवर परवेज इलाही का विरोध कर रहे थे।
पंजाब के विधानसभा में कुल 371 सीटें हैं और सरकार को बहुमत के लिए 186 सीट चाहिए। इस दौरान इमरान खान की पार्टी के बागी नेताओं ने विपक्ष दलों को समर्थन का एलान कर दिया है। विपक्ष ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (PML-N) के नेता हमजा शाहबाज को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है। शाहबाज को जहाँगीर तारीन गुट ने भी समर्थन दिया है।
वहीं, इमरान खान की पार्टी PTI अपने सहयोगी दल ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायदे (PML-Qu)’ के नेता चौधरी परवेज इलाही को समर्थन दे रही है। इलाही पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी केंद्र एवं पंजाब में इमरान खान की साझेदार भी है। नेशनल असेंबली में इलाही की पार्टी के पाँच सदस्य हैं।
दूसरी तरफ, इमरान खान का प्रधानमंत्री पद खतरे में दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सीटें हैं। अपनी सरकार बचाने के लिए इमरान खान को 172 वोटों की जरूरत है। तमाम विपक्षी दलों के साथ आ जाने और उनकी पार्टी के बागी नेताओं द्वारा उन्हें समर्थन जाहिर करने के बाद यह आंकड़ा पार करना इमरान खान के लिए टेढ़ी खीर बन गया है।