उत्तर प्रदेश की तरह अब उत्तराखंड में भी बुलडोजर सुर्खियों में हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद हल्द्वानी नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। शहर में बढ़ते अतिक्रमण को देख निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया है। फुटपाथ पर लगने वाले खोखे भी हटाए जा रहे हैं। कई जगहों पर निगम की टीम को लोगों के गुस्से का सामना भी करना पड़ रहा है।
अब उत्तराखंड में चला बुलडोजर
ऐसा ही एक नजारा सोमवार (4 अप्रैल, 2022) को हल्द्वानी के मंगल पड़ाव स्थित मछली बाजार में देखने को मिला। सोमवार को नगर निगम ने जब मंगल पड़ाव स्थित मछली बाजार से अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरू की तो नगर निगम के कॉन्ग्रेस पार्षद बुलडोजर के आगे लेट गए।
उत्तराखंड में अवैध निर्माण पर धामी बाबा का बुलडोजर pic.twitter.com/WfnUp1TvTm
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) April 4, 2022
बता दें कि स्थानीय निवासी लंबे समय से हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे हैं। जिसके बाद बीते कुछ दिनों नै प्रशासन अतिक्रमण के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। इसी क्रम में सोमवार को जब प्रशासन अतिक्रमण हटाने लगा तो विरोध करने जा रहे हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश को घर में नजरबंद कर मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई। ऐसे मौके पर स्थिति ना बिगड़े उसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारियाँ की हुई थी। अग्निशमन वाहन मौके पर तैनात किया है वहीं दो-तीन रास्तों पर आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई थी।
बुलडोजर के आगे लेट गए कॉन्ग्रेस पार्षद
नगर निगम का कहना है कि मंगल पड़ाव के मछली बाजार में कारोबारी मुर्गी तथा मछली बेचने के ठेले लगाते हैं और यहाँ पर हमेशा गंदगी रहती है जिसे नहर में डाल दिया जाता है इससे पहले भी दो बार नगर निगम अतिक्रमण हटाने को कहा था, लेकिन अतिक्रमण हटाया नहीं गया। जैसे ही बुलडोजर मंगल पड़ाव में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुँचा, समुदाय विशेष के प्रतिनिधित्व करने वाले कॉन्ग्रेस पार्षद विरोध करने लगे और पार्षद मोहम्मद गुफरान, रोहित कुमार बुलडोजर के आगे लेट गए।
लोगों ने किया कार्रवाई का विरोध
वही वेंडर कारोबारियों ने अतिक्रमण हटाने के विरोध में बीच सड़क पर धरना शुरू किया है। हालाँकि कार्रवाई के दौरान जिला प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया। प्रशासन की इस कार्रवाई में कई मकानों को ध्वस्त किया गया। अतिक्रमण को हटाने को लेकर भारी पुलिस फोर्स और पीएससी तैनात की गई थी। इस दौरान लोगों ने कार्रवाई का जमकर विरोध किया और नगर निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
वहीं नगर आयुक्त नगर निगम पंकज उपाध्याय का कहना है कि कर्मचारियों के माध्यम से कई दिन पहले नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया था। लेकिन अतिक्रमणकारी अतिक्रमण को नहीं हटा रहे थे। मजबूरन प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी। अतिक्रमण हटाने के खिलाफ लोग धरने पर बैठे हैं। बता दें कि अब तक उत्तर प्रदेश में योगी सरकार इस प्रकार की कार्रवाई के लिए जानी जाती थी। अब योगी सरकार की तरह उत्तराखंड में भी पुष्कर सिंह धामी सरकार उसी नक्शे कदम पर चल पड़ी है।