जम्मू-कश्मीर में हिन्दुओं की टारगेट किलिंग करवाने के मामले में मास्टरमाइंड आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर तालिब हुसैन को कर्नाटक के बेंगलुरू से गिरफ्तार कर लिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और 17 राष्ट्रीय राइफल्स की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर बेंगलुरू में छुपे बैठे तालिब हुसैन को पकड़ लिया। राज्य के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि अब तक घाटी में 47 टेरर मॉड्यूल को ध्वस्त किया जा चुका है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 3 जून को पकड़ा गया आतंकी तालिब हुसैन जम्मू के किश्तवाड़ जिले की नागसेनी तहसील के राशग्वारी का रहने वाला है। वो 2016 में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। तालिब इकलौता आतंकी है जो कि सुरक्षाबलों की हिटलिस्ट में होने के बाद भी सबसे अधिक समय तक जिंदा बचा रहा। तालिब गुर्जर यहाँ की स्थानीय गुर्जर जनजाति से ताल्लुक रखता है, जो कि यहाँ के पहाड़ों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं।
वो पाँच बच्चों का अब्बू है। किश्तवाड़ के मारवाह और दछन के ऊपरी इलाकों में उसे अक्सर ही हथियारों का साथ घूमते देखा जाता रहा है। उसे मुख्यधारा में लाने के लिए कई बार उसके परिवार के लोगों ने पुलिस से मदद माँगी। हालाँकि, कोई असर नहीं हुआ।
दैनिक भास्कर से बात करते हुए जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने तालिब की गिरफ्तारी को बड़ी कामयाबी करार दिया और कहा कि इसके कारण राजौरी और पुंछ में आतंकी एक्टिव हो गए थे। उन्होंने कहा कि बीते पाँच महीनों में घाटी में 47 टेरर मॉड्यूल को न्यूट्रल कर दिया गया है। टार्गेट किलिंग में शामिल आतंकियों को आइडेंटिफाई कर लिया गया है और अब उनकी पकड़ की जानी है।
इस बीच पता चला है कि अनंतनाग जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी कमांडर निसार खांडे को ढेर कर दिया है। इस बात की पुष्टि जम्मू-कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने की है।