कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु में चेन स्नैचिंग (Chain Snaching Gang) गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह में तीन झपटमार हैं। तीनों एचआईवी से संक्रमित पाए गए हैं। पुलिस ने शुक्रवार (10 जून 2022) को बताया कि तीनों चेन स्नैचिंग के बाद गहनों को बेच देते थे। इससे मिले पैसे सेक्स वर्करों और लक्जरी लाइफ स्टाइल पर खर्च करते थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपित आदतन अपराधी हैं। इससे पहले भी तीनों को चेन स्नेचिंग के मामलों में गिरफ्तार किया गया था। 26 मई 2022 को जयनगर थाना क्षेत्र में आरोपितों ने नित्या नाम की महिला की सोने की चेन छीन ली थी। मामले की जाँच के दौरान पुलिस ने CCTV फुटेज और मोबाइल फोन कॉल्स को ट्रेस कर तीनों को मगदी के पास से गिरफ्तार किया।
पुलिस का कहना है कि इनको पकड़ने के लिए लंबे समय से प्रयास किया जा रहा था। इस अभियान के दौरान 2000 से अधिक फोन कॉल्स को ट्रेस किया गया। पुलिस का दावा है कि कुछ वक्त पहले इन तीनों की मुलाकात बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल में हुई थी। यहीं पर तीनों ने एक गैंग बनाने का फैसला किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपितों के पास से 140 ग्राम सोने की 6 चेन और दो बाइक बरामद की गई है। जाँच अधिकारियों के मुताबिक, ये आरोपित सोने की चेन पहनी हुई अकेली महिलाओं को शिकार बनाते थे। ये महिला का पीछा करते थे और सुनसान जगह देख कर झपटमारी करते थे।
90 सेक्स वर्कर्स से बनाए संबंध
पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपित 20-30 साल के हैं और एचआईवी संक्रमित हैं। यह बात इनको पता थी। बावजूद इसके ये सेक्स वर्कर्स को इसकी जानकारी दिए बिना उनके साथ संबंध बनाते थे। पूछताछ में इन्होंने खुलासा किया कि तीनों अब तक करीब 90 सेक्स वर्कर्स के साथ संबंध बना चुके हैं। इस जानकारी के सामने आने के बाद अब जयनगर पुलिस उन सभी सेक्स वर्कर महिलाओं की तलाश में जुट गई है, जिनके साथ इन्होंने संबंध बनाए थे।