हैदराबाद के एक वायरल वीडियो में 21 जून 2022 (मंगलवार) को खुद को पत्रकार बताते मोहम्मद अली ने AIMIM विधायक के ड्राइवर पर खुद और अपने परिजनों पर हमले का आरोप लगाया है। विधायक का नाम मुमताज अहमद है जो चारमीनार विधानसभा से चुनाव जीते हैं। पुलिस ने इस घटना में FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। साथ ही घटना में AIMIM विधायक के नाम को राजनैतिक लाभ लेने के लिए प्रयोग किया जाना बताया है।
Good morning sir, already registered a FIR in https://t.co/iZPtZl7Qyp 114/2022 against respondent person. Investigation under process. Thank you.
— SHO Bhavani Nagar (@shobhavaninagar) June 22, 2022
इस वीडियो में युवक खुद को मोहम्मद अली बता रहा है। वह अपना परिचय HS न्यूज़ चैनल में कैमरामैन के तौर पर दे रहा है। उसके कहना है कि उसने पानी सप्लाई में किल्लत का एक वीडियो बनाया था जिसके बाद उसको AIMIM पार्टी के विधायक के ड्राइवर ने बुरी तरह से पीटा। इसी वीडियो में पीड़ित के पिता भी घायल दिखाई दे रहे हैं। पीड़ित ने आगे कहा कि वो एक ईमानदार पत्रकार है और इस पेशे को बदनाम नहीं कर सकता।
इसी वीडियो में उसने कहा, “असद साहब (असदुद्दीन ओवैसी) हदीस-ए-रसूल से सुन लीजिये कि जुल्म सहना और करना दोनों गुनाह है। नबी फरमाते हैं कि जालिम जहन्नुम में जाएँगे। आपका नाम ले कर जफर हम पर जुल्म कर रहा है। वो हमें झूठे केसों में बुक करवाता है और मारता भी है। मौत तो सबको आनी है। मैं मरने से नहीं डरता। पुलिस वाले उसके ऊपर केस बुक करने के बजाय मुझे धमका रहे हैं।”
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक घायलों का इलाज उस्मानिया अस्पताल में चल रहा है। पीड़ित मोहम्मद अली तालाब कट्टा खान नगर के निवासी हैं। उन्होंने खान नगर इलाके में रमज़ान के महीने में पानी सप्लाई की शिकायत पर रिपोर्टिंग की थी। उस रिपोर्ट में कई महिलाओं के भी बयान दर्ज किए थे। आरोप है कि इसी बात से नाराज हो कर AIMIM कार्यकर्ताओ ने उन पर हमला किया। इस हमले में मोहम्मद अली के हाथ और नाक की हड्डी में चोटें आईं हैं। इसी हमले में मोहम्मद अली के अब्बा मोहम्मद अहमद पर भी धारदार हथियार से हमला हुआ है
पीड़ित ने बताया, “मुझ पर हमले का आरोपित रफीक नाम का एक पुलिस मुखबिर है। रफीक का एक भाई जफर है जो विधायक मुमताज का ड्राइवर है। हमें इनके पूरे परिवार ने मिल कर पुलिस के आगे ही मारा है। हमले में महिलाएँ भी शामिल थीं। लेकिन विधायक के चलते ही मेरे केस को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है। यहाँ तक कि पुलिस वाले हमलावरों के ही पक्ष में बातें कर रहे हैं। मेरे अब्बा की हालत सीरियस है। मुझे जबरदस्ती अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।”
पुलिस ने मुताबिक विधायक का नाम राजनैतिक लाभ के लिए
ऑपइंडिया ने इस घटना पर भवानी नगर थाने के SHO से बात की। उन्होंने बताया, “मामले में केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी गई है। मामला 2 पक्षों के बीच विवाद का है जिसमें AIMIM विधायक की कोई संलिप्तता नहीं पाई गई है। विधायक का नाम आरोपों को सनसनीखेज बनाने और राजनैतिक लाभ हासिल करने के लिए लिया गया है। आरोपित ड्राइवर फ्री लांसर वाहन चलाने का काम करता है जिसने कई लोगों की गाड़ियाँ चलाईं हैं। इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।”