प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी दौरे में वहाँ की राजधानी म्यूनिच में भारतीय समुदाय को भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि वो उन सभी में भारत की संस्कृति, एकता और बंधुत्व के भाव का दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपका ये स्नेह मैं कभी भूल नहीं पाउँगा। पीएम मोदी ने कहा कि आपके इस प्यार, उत्साह और उमंग से जो लोग हिंदुस्तान में देख रहे हैं, उनका सीना भी गर्व से भर गया होगा। उन्होंने वहाँ आपातकाल की भी बात की।
पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन एक और वजह से जाना जाता है – जो डेमोक्रेसी हमारा गौरव है, जो डेमोक्रेसी हर भारतीय के DNA में है, आज से 47 साल पहले इसी समय उस डेमोक्रेसी को बंधक बनाने, डेमोक्रेसी को कुचलने का प्रयास किया गया था। उन्होंने याद दिलाया कि आपातकाल के कालखंड भारत के वाइब्रेंट डेमोक्रेटिक इतिहास में एक काले धब्बे की तरह है, लेकिन इस काले धब्बे पर सदियों से चली आ रही लोकतांत्रिक परंपराओं की श्रेष्ठता भी पूरी शक्ति के साथ विजयी हुई, लोकतांत्रिक परंपराएँ इन हरकतों पर भारी पड़ी।
पीएम मोदी ने जर्मनी के म्युनिक में कहा कि भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब, लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम भारतीय कहीं भी रहें, अपनी डेमोक्रेसी पर गर्व करते हैं और हर हिंदुस्तानी गर्व से कहता है, भारत ‘लोकतंत्र की जननी’ है। विकास के मुड़े गिनाते हुए उन्होंने बताया कि आज भारत के हर गाँव तक बिजली पहुँच चुकी है, लगभग हर गाँव सड़क मार्ग से जुड़ चुका है, 99% से ज्यादा लोगों के पास क्लीन कुकिंग के लिए गैस कनेक्शन है और आज भारत का हर परिवार बैंकिंग व्यवस्था से जुड़ा हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा, “आज भारत के हर गरीब को 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है। कोरोना के इस समय में भारत पिछले दो साल से 80 करोड़ गरीबों के लिए मुफ्त अनाज सुनिश्चित कर रहा है। इतना ही नहीं, आज भारत में औसतन हर 10 दिन में एक यूनिकॉर्न बन रहा है। आज भारत में हर महीने औसतन 5 हजार पेटेंट फाइल होते हैं। आज भारत हर महीनें औसतन 500 से अधिक आधुनिक रेलवे कोच बना रहा है। आज भारत हर महीने औसतन 18 लाख घरों को पाइप वॉटर सप्लाई से जोड़ रहा है।”
पीएम मोदी ने कहा कि आज 21वीं सदी का भारत चौथी औद्योगिक क्रांति में, इंडस्ट्री 4.0 में पीछे रहने वालों में नहीं, बल्कि इस औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने वालों में से एक है। उन्होंने कहा कि Information Technology और Digital Technology में भारत अपना परचम लहरा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में हो रहे रियल टाइम डिजिटल पेमेंट्स में से 40% ट्रांजेक्शन भारत में हो रहे हैं और आज भारत डेटा कंजम्प्शन में नए रिकॉर्ड बना रहा है। भारत उन देशों में है जहाँ डेटा सबसे सस्ता है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज का भारत “होता है, चलता है, ऐसे ही चलेगा” वाली मानसिकता से बाहर निकल चुका है और आज भारत ‘करना है’ ‘करना ही है’ और ‘समय पर करना है’ का संकल्प रखता है। उन्होंने ये भी कहा कि भारत अब तत्पर है, तैयार है, अधीर है – भारत अधीर है, प्रगति के लिए, विकास के लिए। भारत अधीर है, अपने सपनों के लिए, अपने सपनों की सिद्धि के लिए। उन्होंने आँकड़े गिनाए कि आज भारत में 90% व्यस्कों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि 95% व्यस्क ऐसे हैं, जो कम से कम एक डोज ले चुके हैं और ये वही भारत है, जिसके बारे में कुछ लोग कह रहे थे कि सवा अरब आबादी को वैक्सीन लगाने में 10-15 साल लग जाएँगे। उन्होंने बताया कि भारत में वैक्सीन का आँकड़ा 196 करोड़ को पार कर चुका है और ‘मेड इन इंडिया’ वैक्सीन ने भारत के साथ ही दुनिया के करोड़ों लोगों की कोरोना से जान बचाई है। उन्होंने जानकारी दी कि पिछले साल हमने अब तक का उच्चतम एक्सपोर्ट किया है।
बकौल पीएम मोदी, ये इस बात का सबूत है कि एक ओर हमारे निर्माता नए अवसरों के लिए तैयार हो चुके हैं, वहीं दुनिया भी हमें उम्मीद और विश्वास से देख रही है। उन्होंने कहा कि आज स्वच्छता भारत में एक जीवनशैली बन रही है और भारत के लोग, भारत के युवा देश को स्वच्छ रखना अपना कर्तव्य समझ रहे हैं। बकौल प्रधानमंत्री, आज भारत के लोगों को भरोसा है कि उनका पैसा ईमानदारी से देश के लिए लग रहा है, भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढ़ रहा।
उन्होंने आगे कहा, “बीते दशकों में आपने मेहनत और अपने काम से भारत की सशक्त छवि यहाँ बनाई है। आजादी के अमृतकाल में, यानी आने वाले 25 साल में आपसे अपेक्षाएँ और बढ़ गई हैं। आप इंडिया की सक्सेस स्टोरी भी हैं और भारत की सफलताओं के ब्रांड एम्बेसडर भी हैं।”