Sunday, September 8, 2024
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कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा, कैंप के बीच से गुजरा सैलाब, NDRF ने बताया- 10 लोगों की मौत, सामने आए दहलाने वाले वीडियो

इस साल की अमरनाथ यात्रा में अब तक 65,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं। हालाँकि, मौसम खराब होने के कारण बीच में 2-3 दिन यात्रा को रोकना भी पड़ा था।  

जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा से कुछ दूरी पर बादल फटने के कारण मची तबाही में कई लोगों के मारे जाने की खबर है। बताया जा है कि शुक्रवार (8 जुलाई 2022) की शाम 5:30 बजे के आसपास बादल फटा, जिसमें कई टेंट और लंगर बह गए हैं। इस आपदा में 10 लोगों के मारे जाने की खबर है।

NDRF के DG अतुल करवाल ने बताया, “हमारी 1 टीम गुफा के पास तैनात रहती है, वो टीम तत्काल बचाव कार्य में जुट गई थी। 2 टीम पास में है जिसमें से 1 वहाँ पहुँचकर काम पर लग गई है। एक टीम शामिल होने वाली है। वहाँ मौजूद हमारे लोगों के मुताबिक, 10 लोगों के मौत की खबर है और 3 को वहाँ से जीवित निकाला गया है।”

घटना के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य संबद्ध एजेंसियाँ बचाव अभियान में लग गई हैं। घायल लोगों को एयरलिफ्ट कर अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। वहीं, लापता लोगों की जोरशोर से तलाश शुरू कर दी गई है। बता दें कि कुछ दिन पहले मौसम विभाग ने अमरनाथ गुफा के पास मौसम खराब रहने का अनुमान जताया था।

बादल फटने की यह इस घटना अमरनाथ गुफा से 2 किलोमीटर दूर हुई है, जिसमें 25 टेंट और 2 लंगर बहने की बात कही जा रही है। अमरनाथ गुफा से दो किलोमीटर दूर बादल फटने की घटना हुई है। उसके बाद पानी का तेज बहाव आया, जहाँ टेंटों में ठहरे लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

ITBP के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पानी की तेज धार बालटाल में ठहरे तीर्थयात्रियों की टेंटों की तरफ आई, जिसमें कई लोग बह गए। हालाँकि, इलाके में अब बारिश रूक चुकी है और बचाव अभियान को तेज कर दिया गया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात की। जानकारी के अनुसार, प्रशासन की टीम बादल फटने के बाद की स्थिति का आकलन कर रही है। फिलहाल नुकसान की आधिकारिक सूचना नहीं है।

गौरतलब है कि अमरनाथ गुफा में शिवलिंग का दर्शन करने के लिए शुक्रवार को करीब 8-10 हजार लोग यात्रा में शामिल थे। हालाँकि, तीर्थयात्रियों का यह समूह अलग-अलग जगहों पर ठहरा है। यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।

बता दें कि अमरनाथ यात्रा कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से स्थगित थी। इस साल यह यात्रा 30 जून से शुरू हुई है, जो 43 दिन बाद 11 अगस्त को समाप्त होगी। माना जा रहा है कि इस साल की यात्रा में करीब तीन लाख शामिल होंगे।

इस साल की अमरनाथ यात्रा में अब तक 65,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं। हालाँकि, मौसम खराब होने के कारण बीच में 2-3 दिन यात्रा को रोकना भी पड़ा था।  

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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