Sunday, September 8, 2024
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मुस्लिम भीड़ ने 70+ घर जलाए, 200+ हिन्दुओं से मारपीट, दहाड़ मार कर रोती महिलाएँ: बांग्लादेश में हिन्दुओं से लूटपाट और उपद्रव जारी

उन्होंने लिखा, "नरैल लगातार 2 दिन तक जलाया गया। इन 2 दिनों में हिन्दुओं के 70 घरों को जला दिया गया और 200 से अधिक हिन्दुओं के साथ बेरहमी से मारपीट की गई है।"

बांग्लादेश में 15 जुलाई 2022 (शुक्रवार) को जुमे की नमाज़ के बाद नरैल के लोहागारा में चरमपंथी इस्लामी भीड़ ने हिन्दुओं के घरों, मंदिर और दुकानों में तोड़फोड़ की थी। यह हमला एक फेसबुक पोस्ट का बहाना ले कर किया गया था जिसे लिखने का आरोप एक 18 साल के लड़के पर था। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आँसू गैस के गोले छोड़े थे। लेकिन इसके बावजूद थोड़े समय की शांति के बाद हिन्दुओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाना जारी रहा।

इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता राधा रमण दास ने हमले की वीडियो और तस्वीरें अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की हैं। उन्होंने लिखा, “नरैल लगातार 2 दिन तक जलाया गया। इन 2 दिनों में हिन्दुओं के 70 घरों को जला दिया गया और 200 से अधिक हिन्दुओं के साथ बेरहमी से मारपीट की गई है।” संयुक्त राष्ट्र और भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए राधारमण दास ने हिन्दुओं के साथ हो रहे इस अत्याचार पर छाई चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए।

राधारमण दास ने आगे लिखा, “बांग्लादेश के बहादुर हिन्दुओं ने धर्म परिवर्तन करने या घर छोड़ कर भाग जाने से इनकार कर दिया है। यहाँ के हिन्दुओं ने कई इस्लामी हमले झेले और अडिग रहे। हालाँकि इसके चलते उन्होंने अपने कई परिजनों और रिश्तेदारों को खो दिया। यहाँ का इस्कॉन मंदिर नरैल के हिन्दुओं के साथ खड़ा है।” इस वीडियो में राधा रमण ने एक ऐसे घर को दिखाया है जिसको पूरी तरह से तहस नहस कर दिया गया है। घर की छत तक को नोच लिया गया है।

टूटे फूटे घरों के आगे हिन्दू महिलाओं को दहाड़े मार कर रोते हुए वीडियो शेयर करते हुए राणा रमण दास ने लिखा, “कुछ मुस्लिमों ने खुद से ही हिन्दू नाम से एक फर्जी फेसबुक ID बनाई थी। उन्होंने ही उस पर आपत्तिजनक बातें लिख कर हिन्दुओं के घरों पर हमला कर दिया। हम ही उनके सबसे आसान शिकार हैं। वो हमें जब चाहें कत्ल करें और जब चाहें लूटें। हमारा दोष केवल इतना है कि हम हिन्दू हैं।” पिछले साल की याद दिलाते हुए उन्होंने बताया कि कैसे एक मुस्लिम लड़के ने ही कुरान को हनुमान जी के पास रख दिया था जिस से कई हिन्दुओ को कत्ल कर दिया गया था।

दीपाली रानी शाहा नाम की एक महिला को रोते हुए दिखाते हुए राणा रमण ने लिखा, “ये महिला पिछले शुक्रवार को कभी भूल नहीं पाएगी क्योकि उनके आगे ही उनके घर को लूट कर जला दिया गया। अब वो अपने घर की चौखट पर बैठ कर रो रहीं हैं।

राणा रमण ने यह इस्लामी हमला पुलिस के आगे होने के आरोप लगाया है। उन्होंने बताया, “हमले के दौरान पुलिस मौजूद थी। वो सिर्फ कुछ दूर से खड़े हो कर तमाशा देख रहे थे। इस हमले के बाद डर के मारे 108 घरों के हिन्दुओं के गाँव में सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकतर हिन्दू गाँव छोड़ कर भाग चुके हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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