मध्य प्रदेश के भोपाल-नर्मदापुरम रेलवे ट्रैक पर मृत मिले B.tech के छात्र निशांक राठौर का सोमवार (25 जुलाई, 2022) को अंतिम संस्कार किया गया। इसके एक दिन बाद भाई-बहन के अंतिम मिलन का वीडियो सामने आने के बाद सभी की ऑंखें नम हो गई हैं। सोशल मीडिया पर राठौर की बहनों का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दोनों बहनों ने रोते हुए अपने मृत इकलौते भाई की कलाई पर राखी बाँधकर आखिरी बार रक्षाबंधन मनाया और उसे अंतिम विदाई दी। निशांक की बहन अंजली और दीक्षा दोनों ही भोपाल में रह कर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही हैं।
भोपाल में रेलवे ट्रैक पर मिले https://t.co/U14vfRZi3N के छात्र #NishankRathore के शव को आज बहन ने बांधी राखी!
— Shivam Pratap (@journalistspsc) July 26, 2022
निशांत के मोबाइल से पिता को मैसेज गया था, “आपका बेटा बहादुर था, पर ग़ुस्ताख़ ऐ नबी की एक ही सजा ‘सर तन से जुदा’”
उसके Insta पर भी “सर तन से जुदा” की story अपलोड हुई थी! pic.twitter.com/Wd72zAkSV2
उल्लेखनीय है कि छात्र निशांक राठौर के नाम से बनी इंस्टाग्राम ID से उसके पिता और दोस्तों के व्हाट्सएप पर घटना वाली रात ही एक स्क्रीनशॉट आया था। इसमें छात्र की फोटो के साथ लिखा था, “गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा।” इस पोस्ट ने मामले को और पेचीदा कर दिया। पहले तो पुलिस इसे आत्महत्या के रूप में देख रही थी, लेकिन अब इस पोस्ट ने मौत के राज को उलझा दिया है। बताया जा रहा है कि यह मैसेज छात्र की मौत के कुछ समय बाद ही मृतक के दोस्तों और पिता को मिला। उन्होंने तुरंत टीटी नगर थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। ठीक उसी समय रायसेन पुलिस को भी रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना मिली। मीडिया रिपोर्टों में दो वायरल मैसेज को लेकर बात की जा रही है। जिसमें से एक में निशांक राठौर नाम के स्टेटस पर धार्मिक पोस्ट होने की बात बताई जा रही है। हालाँकि इसकी पुष्टि होनी बाकी है।
मामले की जाँच जारी है। पुलिस निशांक राठौर हत्या मामले में हर एंगल से जाँच कर रही है। वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि निशंक ने शेयर बाजार और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया था और उसे नुकसान उठाना पड़ा था। इसके अलावा, उसने अपने कुछ दोस्तों से पैसे भी उधार लिए थे। लंबे समय से निशांक ने उधारी के पैसे वापस नहीं किए थे, जिसके चलते उसकी दोस्तों से बात भी नहीं हो रही थी। कुछ मीडिया हाउस उसकी (निशांक राठौर) हत्या पर पर्दा डालने के लिए ऐसी जानकारी साझा कर रहे हैं। छात्र के परिवार ने इन खबरों का विरोध किया है।
‘स्वराज्य‘ ने 20 वर्षीय निशांक राठौर के चचेरे भाई शिव राठौर को कोट करते हुए लिखा कि उनका भाई बहादुर था और उसे किसी बात का तनाव नहीं था। शिव राठौर ने कहा, “पुलिस मामले को घुमा रही है, सोची समझी साजिश के तहत उसकी हत्या गई।” शिव विश्व हिंदू परिषद (VHP) के विभाग मंत्री भी हैं। निशंक के परिवार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह आत्महत्या नहीं कर सकता था। यह एक सुनियोजित हत्या थी। साथ ही परिवार के सदस्यों ने किसी भी तरह की आर्थिक तंगी होने से इनकार किया है।
निशंक अपने धार्मिक विचारों को लेकर मुखर थे और अक्सर धार्मिक कार्यों में हिस्सा लेते थे। शिव ने आगे कहा कि उनके परिवार ने राठौड़ समुदाय की ओर से एक ज्ञापन तैयार किया है। उनका परिवार अधिकारियों और नेताओं को यह ज्ञापन सौंपने की योजना बना रहा है। वे अपने बेटे की मौत की गहन जाँच चाहते हैं और अधिकारियों से ‘ईशनिंदा के लिए हत्या‘ वाले एंगल को नहीं दबाने का अनुरोध करेंगे।
बता दें कि निशांक अपने माँ-बाप का इकलौता बेटा था। उसकी माँ का पहले ही देहांत हो गया था। उसकी दो बहने हैं। निशांक ओरियंटल कॉलेज में B.Tech 5th सेमेस्टर का स्टूडेंट था। वह दो साल तक इंद्रपुरी में हॉस्टल में रहा। हाल ही में हॉस्टल छोड़कर जवाहर चौक शास्त्री नगर में दोस्तों के साथ रह रहा था। निशांक ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में खुद को नोएडा में सॉफ्टवेयर डेवलपर बताया था। छात्र दो बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि छात्र के मोबाइल, इंस्टाग्राम, फेसबुक ID की जानकारी उसके एक दोस्त प्रखर को ही थी। पुलिस प्रखर से पूछताछ कर रही है।