एलन मस्क (Elon Musk) दुनिया के सबसे धनी आदमी हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक हैं। अब ट्विटर (Twitter) भी उनका हो गया है। ट्विटर को खरीदने की डील पूरी करने के लिए वे माइक्रोब्लॉगिंग साइट के मुख्यालय में एक बाथरूम सिंक लेकर पहुँचे थे। अब उसका संदेश भी साफ हो गया है। ट्विटर का माई-बाप बनते ही मस्क ने सीईओ पराग अग्रवाल (Parag Agrawal) सहित कई अधिकारियों की छुट्टी कर दी है। ट्वीट कर लिखा है- द बर्ड इज फ्रीड (the bird is freed) यानी आजाद हुई चिड़िया।
गुरुवार (27 अक्टूबर 2022) कोको 44 बिलियन डॉलर करीब (362461220000 रुपए) में ट्विटर की डील फाइनल करने वाले मस्क ने इस ट्वीट के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की है कि ट्विटर के पक्षपाती सेंशरशिप के दिन अब बीत गए। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार मस्क ने जिन अधिकारियों की छुट्टी की है उनमें अग्रवाल के अलावा CFO नेड सेगल और लीगल अफेयर-पॉलिसी हेड विजया गाड्डे शामिल हैं। इन्हें कंपनी हेडक्वार्टर से भी बाहर निकलवा दिया गया।
the bird is freed
— Elon Musk (@elonmusk) October 28, 2022
बताया जा रहा है कि मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर फेक अकाउंट की संख्या को लेकर उन्हें और ट्विटर निवेशकों को गुमराह करने का आरोप इन पर लगाया। जब ट्विटर के साथ एलन मस्क की डील पूरी हुई, तब अग्रवाल और सेगल दफ्तर में ही मौजूद थे। डील पूरी होने के बाद उन्हें टर्मिनेट कर दिया गया। हालाँकि इसे लेकर अभी तक ट्विटर, एलन मस्क या किसी अधिकारी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
“CEO Parag Agrawal, chief financial officer Ned Segal, and Vijaya Gadde, head of legal policy, trust, and safety, were all fired” https://t.co/Kj2NFImGF0
— Alex Thompson (@AlexThomp) October 28, 2022
इससे पहले 27 अक्टूबर 2022 को मस्क के ट्विटर हेडक्वार्टर पहुँचने का वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वे एक बाथरूम सिंक लिए दिख रहे थे। मस्क के ऐसा करने की वजह को लेकर तरह-तरह की अटकलें लग रही थी। लेकिन अब शीर्ष अधिकारियों की छुट्टी के साथ स्पष्ट हो गया है कि आखिर मस्क सिंक के जरिए क्या संदेश देना चाहते थे।
Entering Twitter HQ – let that sink in! pic.twitter.com/D68z4K2wq7
— Elon Musk (@elonmusk) October 26, 2022
गौरतलब है कि दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने इस साल अप्रैल में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने की पेशकश की थी। मस्क ने ट्विटर के 100% शेयर के लिए $54.20 (करीब 4000 करोड़ रुपए) प्रति शेयर के हिसाब से भुगतान करने का ऑफर दिया था, उस वक्त इसकी कुल कीमत करीब 43 बिलियन डॉलर (करीब 327354 करोड़ रुपए) थी। तब स्पैम और फेक अकाउंट्स की वजह से उन्होंने उस डील को होल्ड पर रख दिया था।